
बिलासपुर। सेंट पैलोटी स्कूल में टॉयलेट में हुए विस्फोट में छात्रा के घायल होने की घटना के बाद छात्रा के अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अभिभावकों ने आज सुबह स्कूल के सामने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से नाराज पालक घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। लेकिन विरोध प्रदर्शन के बाद भी इस मामले स्कूल प्रिंसिपल और डायरेक्टर ने चुप्पी साध ली है।
अभिभावकों का कहन कि स्कूल प्रशासन जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही क्यों नहीं की रही है। परिजनों ने इस हादसे को स्कूल प्रशासन को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि इसे बच्चों की शरारत बताकर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। अभिभावकों ने ये भी कहा कि यदि यह बच्चों की शरारत भी है तब ही यह गंभीर मामला है। घटना के पीछे किसी बड़े स्तर की लापरवाही की बात कहते हुए अभिभावकों ने घटना की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने 24 घंटे के भीतर दोषियों के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज कर दोषी बच्चों को स्कूल से निकाले जाने की मांग की है।
हालांकि इस मामले में स्कूल शिक्षा विभाग ने शहर के 4 स्कूलों के प्राचार्यों की जांच समिति गठित की है। समिति के सदस्य शनिवार को स्कूल पहुंचकर इस घटना से संबंध में पूछताछ शुरू कर दी है। घटना के बारे में जानकारी लेकर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।
वहीं सिविल लाइन पुलिस ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है। फिंगरप्रिंट और एफएसएल एक्सपर्ट की टीम ने घटनास्थल की जांच की है। इसके अलावा पुलिस ने स्कूल के सीसीटीवी कैमरों को भी खंगालना शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि बिलासपुर शहर के एक निजी स्कूल में हुए धमाके में चौथी कक्षा में पढ़ने वाली एक बालिका झुलस गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शहर के मंगला क्षेत्र में स्थित सेंट विसेंट पलोटी स्कूल में शुक्रवार की सुबह छात्राओं के शौचालय में जोरदार धमाका हुआ। इस हादसे में स्कूल की चौथी कक्षा की एक छात्रा झुलस गई है। जानकारी के मुताबिक शरारती बच्चों ने इरादतन छात्राओं को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से सोडियम रखा था, जिस पर पानी पड़ते ही जोर का धमाका हो गया और बच्ची उसकी चपेट में आ गई।