“तारक मेहता का उल्टा चश्मा” (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) से मशहूर हुईं अभिनेत्री मुनमुन दत्ता उर्फ बबीता जी (Munmun Dutta) एक बार फिर मुश्किल में आ गई है. वह सोमवार खुद के खिलाफ थाना शहर हांसी में दर्ज अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत दर्ज मुकदमे में जांच अधिकारी डीएसपी विनोद शंकर के समक्ष पेश हुईं। जिसके बाद जांच अधिकारी ने उनको औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया और करीब 4 घंटे तक उनसे अपने कार्यालय में पूछताछ की. इसके बाद आरोपी मुनमुन दत्ता को अंतरिम जमानत पर छोड़ दिया गया. हालांकि इस दौरान मुनमुन दत्ता ने मीडिया से किसी तरह की बातचीत नहीं है.
जानें क्या है मामला
मुनमुन दत्ता के खिलाफ 13 मई 2021 को एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था, इसके बाद मुनमुन इस केस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में गईं और याचिका दायर की लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को 22 सितंबर 2021 को खारिज कर दिया था. मुनमुन ने यूट्यूब पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें उन पर अनुसूचित जाति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा। इसके बाद हांसी में मुकदमा दर्ज कराया. हालांकि, इस वीडियो पर बवाल बढ़ने के बाद मुनमुन ने माफी भी मांगी थी.
जमानत का प्रावधान नहीं है
अदालत ने जांच अधिकारी से 25 फरवरी को जांच रिपोर्ट अदालत में पेश करने के निर्देश भी दिए थे. इस बीच, शिकायतकर्ता रजत कलसन ने कहा कि एससी एसटी एक्ट में अंतरिम जमानत का प्रावधान नहीं है और वह उच्चतम न्यायालय में जाएंगे. गौरतलब है कि मुनमुन दत्ता का इस विवाद ने खूब तूल पकड़ा था लेकिन एक्ट्रेस के माफी मांगने के बाद शांत भी हो गया था.