मुख्यमंत्री की बड़ी कार्रवाई, रेप केस में फंसे डिप्टी एसपी को किया गया सेवा से बर्खास्त

उत्तरप्रदेश। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतापगढ़ में करीब 3 साल पहले 2019 में डिप्टी एसपी रहे नवनीत नायक को पुलिस की नौकरी से बर्खास्त करने का निर्णय लिया है। डिप्टी एसपी नवनीत नायक के ऊपर लगे महिला से शारीरिक शोषण के आरोप में जांच के बाद यह आदेश दिया गया है।
बताया जा रहा है कि प्रतापगढ़ में तैनाती के दौरान सीओ रहे नवनीत राय की सोशल मीडिया के जरिए एक महिला से दोस्ती हुई। मध्य प्रदेश के छतरपुर की रहने वाली महिला नवनीत नायक से मिलने के लिए प्रतापगढ़ पुलिस लाइन के ट्रांसिट हॉस्टल गई तो कई बार दोनों लोग होटल में भी मिले। महिला ने जब शादी करने का दबाव बनाया तो सीओ ने ब्लैकमेल करने के फर्जी केस में फंसा कर जेल भेजने की धमकी दे दी।
एक अंतरराष्ट्रीय संस्था में काम करने वाली महिला ने इसके खिलाफ जिले के पुलिस अफसरों से लेकर शासन में तक शिकायत की। शासन के दखल के बाद जुलाई 2021 में नवनीत पर प्रतापगढ़ के पट्टी थाने में एफआईआर दर्ज हुई और तब शाहजहांपुर में सीओ रहे नवनीत को निलंबित कर दिया गया। वर्तमान में नवनीत राय डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध है।
महिला की तहरीर पर दर्ज हुई रेप की एफआईआर के बाद मेडिकल हुआ महिला का मजिस्ट्रेट के सामने कलम बंद बयान तक दर्ज हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में गोपनीय जांच कराने के बाद अब नवनीत को उत्तर प्रदेश पुलिस की सेवा से बर्खास्त करने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस की सेवा से बर्खास्त होने के बाद अब नवनीत पर प्रतापगढ़ के पट्टी थाने में दर्ज रेप केस में जल्द कानूनी शिकंजा भी कसेगा।