मॉस्को: मॉस्को हवाई अड्डे पर रविवार को आपात स्थिति में उतरे जिस यात्री विमान में आग लग गई थी उसके मलबे से रूसी अधिकारियों ने 41 शव तथा दो फ्लाइट रिकॉर्डर बरामद किए हैं।
अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि दुर्घटना के कारण का पता लगाया जा रहा है। परिवहन मंत्री येवगेनी दाइत्रिच ने मृतक संख्या की जानकारी देते हुए बताया कि अभी छह लोग अस्पताल में भर्ती हैं।
एरोफ्लोट एसएसजे 100 विमान में चालक दल के पांच सदस्यों सहित 78 लोग सवार थे। मरमंस्क जा रहे इस विमान में मॉस्को के शेरेमेत्येवो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के रनवे पर उतरते समय शाम साढ़े छह बजे आग लग गई थी।
विमान उड़ान भरने के करीब आधे घंटे बाद ही वापस लौट आया था। पायलट डेनिस येवदोकिमोव ने रूसी मीडिया को बताया कि बिजली कड़कने की वजह से विमान का सम्पर्क टूट गया था और उसे आपात मोड में आना था।
उन्होंने समाचार पत्र ‘कोसोमोलकाया प्रावदा’ को बताया, “हमने किसी तरह अपने रेडियो कनेक्शन पर आपातकालीन आवृत्ति के माध्यम से संचार बहाल किया। लेकिन सम्पर्क थोड़े समय के लिए ही बना और बार-बार टूटता रहा…कुछ शब्द ही कह पाना संभव था।”
रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दमित्रि पेस्कोव ने बताया कि ब्लादिमिर पुतिन ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। प्रधानमंत्री दमित्रि मेदवेदेव ने एक विशेष समिति को हादसे की जांच करने का आदेश दिया है।
रूस की मुख्य जांच इकाई ने बताया कि विमान के दोनों फ्लाइट रिकॉर्डर बरामद किए जा चुके हैं। इनमें से एक डेटा रिकॉर्डर और दूसरा वॉयस रिकॉर्डर है।