
रायपुर। केरल और दिल्ली के दौरे से लौटे छात्रों को जुकाम क्या हुआ विश्व विद्यालय(university) प्रशासन ने एक झटके में 900 छात्रों की छुट्टी (holiday) कर दी। कहा घर (home) जाओ और इलाज करवाने के बाद ही आना। अब बच्चे अपने भविष्य का और विश्वविद्यालय प्रबंधन (management) कोरोना (Corona) का रोना लेकर बैठ गए। प्रबंधन ने छात्रों को गुरुवार की शाम तक कैंपस खाली करने को कह दिया है।
कहां का है ये मामला
अब आपको बिना ज्यादा चक्कर कटवाए सीधे सीधे बताए देते हैं कि मामला राजधानी के राष्ट्रीय हिदायतुल्लाह लॉ यूनिवर्सिटी का है। यहां प्रबंधन ने कोरोना के डर से 10 दिनों की छुट्टी घोषित कर दी है।
अब कोई नहीं कहेगा कि पढाई करो ना
हरदम छात्रों की गर्दन पर सवार प्रोफेसरों की भी बोलती बंद हो गई हैं कोरोना का यही तो रोना है। जो प्रोफेसर दिन में नौ बार कहा करते थे कि पढाई करो ना। अब कोरोना के डर से उनकी जुबान हलक में अंटक गई है।
संदिग्ध छात्रों को कैंपस में अलग रूम
प्रबंधन कोरोना के डर से इस कदर डर गया है कि जो भी छात्र संदिग्ध लगे उनकों कैंपस में अलग से कमरा दे दिया गया। अब अलग रहने के कारण भी कई छात्र डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं।
5 सौ छात्र दूसरे राज्यों के
इस विश्वविद्यालय में पढने वाले 9 सौ छात्रों में से 5 सौ छात्र दूसरे प्रांतों से आए हुए हैं। ऐसे में अब उनको भी गुरुवार की शाम यानि आज तक ही प्रांगण खाली करना होगा। हालांकि प्रांगण से छात्रों का घर जाना लगातार जारी है।