
29 सितंबर को यानी आज ‘विश्व हृदय दिवस’ मनाया जा रहा है. इस दिन का उद्देश्य लोगों को हृदयरोग के बारे में जागरूक करना है. हृदयरोग के मरीजों की संख्या दुनियाभर में लगातार बढ़ती जा रही है. डॉक्टरों का मानना है कि कोरोना महामारी समय में दिल की बीमारी लोगों को ज्यादा नुकसान पंहुचा रही है,
वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के अनुसार, विश्व में 1.86 करोड़ लोग हर वर्ष हृदय संबंधी तकलीफों से जान गंवाते हैं। यही नहीं हृदय रोग से ग्रसित 52 करोड़ लोगों के लिए कोरोना महामारी खतरनाक चुनौती है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, पांच में से एक मौत का कारण कार्डियो वैस्कुलर डिजीज (सीवीडी) या स्ट्रोक है। इसमें से एक तिहाई मौतें असामयिक होती हैं। अधिकतर मृतकों की उम्र 70 वर्ष से कम होती हैं।
बता दें कि 35 से ज्यादा उम्र के युवाओं में भी इनएक्टिव लाइफस्टाइल और खाने की खराब आदतों के कारण दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ रहा है. पिछले 5 साल में दिल की समस्याओं से पीड़ित लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. इनमें से अधिकांश 30-50 साल आयु वर्ग के पुरुष और महिलाएं हैं.
World Heart Day क्यों मनाया जाता है?
World Heart Day का उद्देश्य लोगों को हृदयरोग के बारे में जागरूक करना है.विश्व हृदय दिवस मनाने की शुरूआत सन 2000 में की गई थी। इसकी शुरूआत के समय यह तय किया गया था, कि हर साल सितंबर माह के अंतिम रविवार को विश्व हृदय दिवस मनाया जाएगा। लेकिन 2014 में इसके लिए एक तारीख निर्धारित कर दी गई, जो 29 सितंबर थी। तभी से प्रतिवर्ष 29 सितंबर के दिन विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है।
हार्ट अटैक आने पर क्या करें…
108 पर फोन कर एम्बुलेंस बुलाएं या रोगी को खुद नजदीकी अस्पताल ले जाएं.
लक्षण दिखने पर तुरंत एस्पिरिन दवा दें, हृदय को नुकसान होने से बचाएं.
हृदय रोगी है और डॉक्टर ने नाइट्रोग्लिसिरन पहले लिखी है तो तुरंत दें.
बेसुध है तो सीपीआर दें, एक मिनट में 100 से 120 बार सीने को दबाएं.
युवाओं को देना होगा ध्यान…
हृदय रोग अब सिर्फ अधिक उम्र वालों की बीमारी नहीं है। हाल के दिनों पर नजर डालेंगे तो हार्ट अटैक से युवाओं की जान गई है। युवाओं में शराब, बीयर, सिगरेट, मांसाहार भोजन की लत हृदय को बीमार बनाने के कारक है।
अपनाये ये आसन फार्मूले…
सुबह जल्दी उठें, खुली हवा में घूमें। रोज 30-45 मिनट चलें।
व्यायाम और प्राणायाम को भी दिनचर्या में शामिल करें।
भागदौड़ और तनाव से बचें। आराम करें, मेडिटेशन करें, पर्याप्त नींद लें,मन शांत रखें।
फल, सब्जी, हरी सब्जी, दूध, दही के साथ पौष्टिक खाद्य पदार्थों को दैनिक भोजन में शामिल करें।
धूम्रपान का सेवन बिल्कुल बंद कर दें, यह हृदय के साथ ही कई बीमारियों का कारक है।