VVPAT पर चुनाव आयोग की बैठक में फैसला, वीवीपैट से गिनती की मांग ठुकराई, मतगणना की प्रक्रिया में नहीं होगा बदलाव
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को आने वाले हैं और इससे ठीक पहले विपक्षी दलों ने एक बार फिर से ईवीएम को लेकर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। विपक्षी के इन सवालों के बाद बुधवार को चुनाव आयोग की दिल्ली में एक बैठक शुरू हुई है जिसमें इस मामले में कुछ फैसला हो सकता है।
बैठक में विपक्षी दलों द्वारा ईवीएम नतीजों का वीवीपैट पर्चियों से मिलान किए जाने की मांग को लेकर कोई फैसला हो सकता है।
बता दें कि मंगलवार को देश की करीब 22 विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने तेलुगु देसम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की अगुआई में कॉस्टीट्यूशन क्लब में बैठक की। इसमें ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे पर प्रमुखता से चर्चा हुई।
चुनाव आयोग से मुलाकात करके ईवीएम में दर्ज वोटों की गिनती शुरू होने से पहले औचक (रेंडम) तरीके से चुनी जाने वाली वीवीपैट मशीन की पर्चियों की गणना कराने की मांग की।चुनाव आयोग से मुलाकात में सौंपे गए ज्ञापन में विपक्षी नेताओं ने वीवीपैट पर्चियों की गणना में गड़बड़ी पाए जाने की दशा में नए सिरे से पूरे निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव कराने या पूरे निर्वाचन क्षेत्र की वीवीपैट पर्चियों की गणना कराने की मांग की। इसके अलावा ईवीएम को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के मामले को भी प्रमुखता से रखा। चुनाव आयोग ने विपक्षी नेताओं की पूरी बात ध्यान से सुनी और नियमानुसार कार्रवाई का भरोसा दिया।
भाजपा ने साधा निशाना
विपक्षी दलों द्वारा ईवीएम और वीवीपैट को लेकर चुनाव आयोग से की गई मुलाकात पर भाजपा ने निशाना साधा है। भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि शुरुआती दो-तीन चरणों तक विपक्ष चुप रहा लेकिन फिर ईवीएम को लेकर सवाल उठाना शुरू कर दिया। विपक्ष अपनी हार की ठीकरा फोड़ने के लिए बहाना ढूंढ रहा है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि विपक्ष अब बौखलाहत में ईवीएम पर सवाल उठा रहा है।