पुलिस की बर्बरता का VIDEO VIRAL, गोद में बच्चे को लिए पिता पर लाठीचार्ज…पोलिसवाले ने बेरहमी से पीटा
पुलिस की बर्बरता का वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें पुलिसकर्मी एक व्यक्ति पर ताबड़तोड़ डंडा बरसा रहा है. जिस शख्स के साथ ये शर्मनाक हरकत हुई है, वह व्यक्ति अपने बच्चे को गोद में रखा हुआ है और बच्चा रो रहा है. पिता गिड़गिड़ाता हुआ बोल रहा है की बेटे को लाठी लग जाएगी। लेकिन पुलिस वाला मान नहीं रहा है. जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कानुपर देहात से पुलिस की बर्बरता का यह वीडिया सामने आई है.
एक मिनट से कम के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जिस शख्स को मारा जा रहा था वो बार-बार पुलिस से अपील कर रहा था कि बच्चे को लग जाएगी, उन्हें न मारे, लेकिन पुलिसवाला मानने को तैयार नहीं था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो पर यूपी पुलिस की कड़ी आलोचना हो रही है.
Some pictures are beyond certainty.
But anything can happen in UP in Adityanath's Raj. #Kanpur@CMOfficeUP @hrw @BhimArmyChief @CommissionerKnppic.twitter.com/CqgFQiEPJk— Komal karanwal 👨🎓 (@Komalkaranwal_) December 9, 2021
इस मामले में बताया जा रहा है कि लाठी बरसाने वाले एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है. हालांकि पुलिस ने अपनी सफाई में कहा है कि जिस शख्स को मारा जा रहा था वो और उनका भाई अस्पताल में अराजकता फैला रहा था.
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी इस मामले को उठाया है. वरुण ने ट्वीट कर कहा है कि सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके. यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े, यह बहुत कष्टदायक है. भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है. सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो,पुलिस का नहीं.
सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके।
यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े,यह बहुत कष्टदायक है।भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है।
सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो,पुलिस का नहीं। pic.twitter.com/xoseGpWzZH
— Varun Gandhi (@varungandhi80) December 10, 2021
पुलिस ने क्यों किया लाठीचार्ज?
पुलिस ने लाठीचार्ज जिला हॉस्पिटल के कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन को लेकर किया था. कर्मचारी हॉस्पिटल के बगल में चल रही खुदाई का विरोध कर रहे थे क्योंकि उसकी मिट्टी उड़-उड़कर पूरे हॉस्पिटल में भर रही थी. लेकिन इस दौरान बच्चा लिए एक पिता पर जो पुलिस ने कार्रवाई की उस पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.
इस दौरान एक कर्मचारी रजनीश को पुलिस मारते हुए थाने भी ले गई. एसडीएम वागीश शुक्ला का आरोप है कि कर्मचारी सुबह से हॉस्पिटल में प्रदर्शन कर रहे थे. गेट बंद किये थे. इसलिए एक कर्मचारी रजनीश को पकड़ा गया है. एसडीएम ये भी कहने से नहीं चूके कि लाठी चार्ज तो कही हुआ ही नहीं.
प्रशासन का आरोप है कि हॉस्पिटल के कर्मचारियों से मरीजों को परेशानी थी. ऐसे में उनको हटाना प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी थी. पुलिस के मुताबिक पहले बातचीत के जरिए प्रदर्शकारियों को हटने के लिए कहा गया था लेकिन जब बात नहीं बनी तब लाठीचार्ज कर दिया गया. इस दौरान पुलिस ने जिला अस्पताल के कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और पुलिस वैन में उसे ले जाया गया.