रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज कई मुद्दों पर बयान दिया और राज्य सरकार पर निशाना साधा है. रमन सिंह ने कुलपति विवाद को लेकर कहा, राज्यपाल के लिए जो भी शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है, यह उनकी गरिमा के खिलाफ है। प्रदेश में किसी के लिए अगर सारे दरवाजे बंद होते हैं तो केवल गवर्नर के ही दरवाजे खुले होते हैं, बाकियों के दरवाजे बंद होते हैं.
रमन सिंह ने कहा कि जिस प्रकार की हल्की बातें राज्यपाल के लिए बोला जाता है. मैं इसे सर्वथा अनुचित मानता हूं. राज्यपाल की पद की गरिमा है उसकी मर्यादा है.
इसके साथ ही अब किसी को आपत्ति है कि मिलने लोग आते हैं तो छत्तीसगढ़ में राज्य के प्रमुख होने के नाते हर व्यक्ति को अपनी समस्याओं को बताने का अधिकार है. अलग-अलग संघ के लोग राज्यपाल से मिलते हैं और राज्यपाल की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है कि यदि कहीं-कहीं असफलता भी है उसके लिए भी लोग चिन्हांकित करते हैं. संबंधित लोगों से बात करें तो ये प्रश्न उठाया जाना हिंदुस्तान में शायद वेस्ट बंगाल के बाद छत्तीसगढ़ी है. जहां गवर्नर की भूमिका के लिए प्रश्न उठाया जाते हैं जबकि उन्होंने छत्तीसगढ़ के समाज के सभी वर्गों जिसके दरवाजे किसी के लिए नहीं खुलते उसके लिए गवर्नर के दरवाजे खुले रहते हैं. बस्तर से सरगुजा तक पदयात्रा करते हुए सैकड़ों हजारों आदिवासी आते हैं तो उनके लिए दरवाजे खुलते हैं तो गवर्नर हाउस के खुलते हैं. बाकी लोगों के दरवाजे बंद हो जाते हैं. अलग-अलग जगह लाठियां चलती है मगर उनको भी सुनने का काम महामहिम जी ने किया है. तो एक महत्वपूर्ण भूमिका इस छत्तीसगढ़ में गवर्नर की रही है. इसमें कहीं किसी को उंगली उठाने की जरूरत नहीं है न ये संवैधानिक मर्यादा के पक्ष में है.
विधानसभा को लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा, कांग्रेस विपक्ष की भूमिका को लेकर इतनी चिंता कर होते तो सत्र बुलाने से पहले नेता प्रतिपक्ष और सीनियर विधायकों से बातचीत की जाती… 13 दिन के बजट में चर्चा भी होगी, समस्याओं को लेकर मुद्दे भी रखे जाएंगे, बजट भी रखा जाएगा इसलिए चर्चा से भागने के लिए सत्र का समय कम रखा गया है. 3 साल में इनके पास बताने के लिए कोई काम नहीं है. पीडब्ल्यूडी में कोई काम ही नहीं हुआ है, इरीगेशन में केवल बोधघाट परियोजना के लिए ही सीएम ने 35 मिनट भाषण दिया था. उनकी योजनाएं केवल कागज में ही बनती है और मीडिया के माध्यम से कागज में ही जनता तक पहुंचती है. नरवा गरवा घुरवा बारी का भी भुगतान नहीं हो रहा है.सत्र में 1100000 आवास को लेकर चर्चा होगी, 3 साल से विकास रुका है इस बारे में चर्चा होगी, बस्तर से सरगुजा तक मासूम बच्चों की मौत हुई उस पर चर्चा होगी कुपोषण पर महिलाओं के साथ अधिकार छीनने पर चर्चा होगी.
डी पुरंदेश्वरी के बयान पर कांग्रेस के हमले पर रमन सिंह ने कहा हमारे जो भी प्रभारी बनते हैं उनका प्रदेश के मुख्यालय से लेकर दूरस्थ अंचलों में जिले के संगठन तक सीधे बातचीत की परंपरा है. इनके प्रभारी तो केवल चुनाव के समय आते हैं और किस काम के लिए आते हैं यह पूरी जनता जानती है.
वहीं यूपी चुनाव को लेकर रमन सिंह ने कहा, 10 तारीख को नतीजे आ जाएंगे. भाजपा बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएगी. कांग्रेस के नेता जहां भी जाते हैं उस राज्य का बंटाधार हो जाता है. असम में भी वही हुआ. अब उत्तर प्रदेश में भी क्या हालत होगी यह सभी जानते हैं. 3 और 4 सीट जीतने के बारे में भी लोग शर्त लगा रहे हैं कि छत्तीसगढ़ मॉडल में कितनी सीटें प्रियंका गांधी जीतती हैं.
छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ती घटनाओं को लेकर रमन सिंह ने सरकार पर साधा निशाना कहा- सड़क पर राजधानी में दौड़ा-दौड़ा कर चाकू मारा जाता है, शराब जुआ सट्टा पुलिस के संरक्षण में अवैध गतिविधियां बढ़ रही है, अपराध को रोकने वाला कोई नहीं है क्योंकि सरकार में लगे हुए लोग भी नीचे से ऊपर तक वसूली का कामकर रहे हैं.