जांजगीर – चापा से दीपक यादव की रिपोर्ट
जांजगीर- चांपा। चांपा थाना क्षेत्र में Social distancing की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं ।वहीं सरकार ने Social distancing पर लगातार जोर दे रही है। कुछ रोज पूर्व ही प्रशासन (Administration ) तथा उच्च अधिकारियों (Officers) की बैठक हुई ।इसमें 2 स्थानों की सब्जी (Vegitable) तथा फल बाजार ( market) को सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की गई है । इसके उपरांत भी चांपा के बिर्रा फाटक कहलाने वाले लोकप्रिय सब्जी बाजार में हजारों की भीड़ जुट रही है। जो कि आ कोरोना (corona) संक्रमण मुझे मार की कहावत को चरितार्थ किए जा रहा है ।
सब्जी मार्केट में हजारों लोगों की जबरदस्त भीड़ क्यों जुट रही
ज्ञात हो कि तीन रोज पहले चांपा क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी ( SDM) बजरंग दुबे तथा चांपा पालिका अधिकारी शशि शुक्ला के द्वारा यह निर्णय किया गया था। चांपा में भाले राय मैदान तथा भोजपुर के पास इन दोनों सब्जी व फल बाजारों को अधिकृत रूप से स्वीकृति दी गई है । जहां वार्ड अनुसार लोगों को फल तथा सब्जी खरीदने की सुविधा प्रदान की गई है । इसके बाद भी वर्तमान में चांपा स्टेशन तथा फाटक के पास जिसे आमजन बिर्रा फाटक के रूप में जानते हैं । यह सब्जी बाजार अपने आप में काफी लोकप्रिय माना जाता है। इसी के चलते प्रतिबंध के बाद भी सुबह 4:00 बजे से 08:00 बजे तक का हजारों लोगों की जबरदस्त भीड़ जुट रही है ।
कई जगहों पर लग रही बाजार
जबकि कुछ रोज पूर्व ही प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि भाले राय मैदान तथा भोजपुर में अधिकृत रूप से सब्जी और फल बाजार की स्वीकृति प्रदान की गई है। इन स्थानों पर जरूरतमंद लोग सब्जी तथा फल खरीद सकते हैं। इसके बाद भी बिर्रा फाटक सहित अन्य स्थानों पर बिना किसी स्वीकृति के अनेकों लोगों के द्वारा फल तथा सब्जी को बेचा जा रहा है ।जहां सैकड़ो हजारों लोगों का हुजूम जमा हो रहा है जो किसी महामारी को आमंत्रित करने के बराबर है। यहां पर स्पष्ट कर दे की प्रशासन के द्वारा दो सब्जी विक्रेताओं के बीच 2 से 3 मीटर की दूरी निर्धारित की गई है ।तथा इसी प्रकार से सब्जी तथा फल खरीददारों को भी इसका पालन करना अनिवार्य किया गया है। इसके बाद भी बिर्रा फाटक सहित अन्य कई स्थानों पर अधिकारियों के स्वीकृति के बिना सब्जी बाजार को लगाए जाना अपने आप में कई प्रश्न को जन्म दे रहा है।
जिम्मेदार अधिकारी मौन क्यों
क्यों इन्हें मौन स्वीकृति दी जा रही ह, इसका जिम्मेदार कौन होगा जब कोरोना वायरस का संक्रमण इन पर गहरा संकट बन कर आ गिरेगा तब, इस गंभीर लापरवाही का जिम्मेदार किसे माना जाएगा और किस निरीह कर्मचारी पर इस लापरवाही का कार्यवाही रूपी गाज में गिरेगा आखिरकार स्थानीय निकाय से ही जिला प्रशासन के कथनी और करनी पर इतना अंतर क्यों है जो लोगों के जान पर गंभीर खतरा बन कर मंडराने लगा है।