भारत में कोरोना के नए वेरियंट “ओमीक्रॉन” को कैसा रोका जाए? गृह मंत्रालय ने लिए कई अहम फैसले, जाने…

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नए रूप ‘ओमीक्रॉन’ को ध्यान में रखते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति की समीक्षा किए जाने के बाद केंद्रीय गृह सचिव के नेतृत्व में आज रविवार को आपात बैठक बुलाई.
कोरोना के नए वेरियंट ओमीक्रॉन को देखते हुए दुनिया के बड़ी देशो की समीक्षा के आधार पर समीक्षा की गयी. बचावों और उपायों को चुस्त करने पर भी गंभीर चर्चा हुई.
गृह मंत्रालय की और से कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों, खास कर जो खतरे के श्रेणी में पहचाने गए देशों से भारत आने वालों की जांच निगरानी पर एस ओ पी की समक्षा करेगी.
गृह मंत्रालय ने यह फैसला किया है कि कोरोना के स्वरुप को और अच्छे से पहचानने के लिए जीनोम निगरानी और तेज किया जायेगा.
गृह मंत्रालय ने बताया कि देश दुनिया के हालात को देखते हुए कमर्शियल इंटरनेशनल यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए तय तिथि पर फिर से सोच विचार की जाएगी.
जांच प्रोटोकॉल की निगरानी के लिए एयरपोर्ट और समुद्री बन्दरगाहों के स्वास्थ्य अधिकारीयों को और संवेदनशील बनाया जायेगा। वहीँ देश के अंदर महामारी की उभरते हालात पर कड़ी निगरानी रखने का फैसला किया गया है.
सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के तनाव बढ़ने वाले नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ को नियंत्रित करने के लिए दुनियाभर में यात्रा पाबंदियों को कड़ा किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि कई म्यूटेशन से मिलकर बना यह वेरिएंट बेहद तेजी से फैलने और वैक्सीन को भी नाकाम करने में सक्षम हो सकता है।