मुख्यमंत्री के निर्देश एवं मार्गदर्शन में विद्युतविहीन ग्रामों में अब क्रेडा करेगा दिन में भी बिजली आपूर्ति
बार अभ्यारण सेंचुरी पर्यटन के दृष्टिकोण से छत्तीसगढ़ राज्य का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। वन ग्राम होने के कारण इन क्षेत्रों में स्थित 18 ग्रामों में परंपरागत बिजली नहीं है एवं ये सभी ग्राम बिजली आपूर्ति हेतु पूर्णतः सोलर संयंत्रों पर ही निर्भर हैं। देश के समूचे ऐसे स्थल जहां पर केवल सोलर से बिजली की आपूर्ति होती है, में प्रचलित विधियों से सोलर पैनल से बिजली उत्पन्न कर पहले बैटरियों में संग्रहित किया जाता है एवं इसके बाद बैटरियों में संग्रहित की गई ऊर्जा से रात के समय इन्वर्टर के माध्यम से ग्रामों में रहने वाले परिवारों को बिजली दी जाती है। ऐसे ग्रामों में दिन के समय भी सोलर के माध्यम से बिजली उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से क्रेडा द्वारा एक नया प्रयोग किया गया है, यह प्रयोग सम्पूर्ण देश में पहला प्रयोग है, जिसका सफल परीक्षण दिनांक 28 जनवरी 2024 को राजेश सिंह राणा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी क्रेडा द्वारा बार अभ्यारण क्षेत्र में स्थापित सोलर संयंत्रों के आकस्मिक भ्रमण के दौरान किया गया। ग्रामवासियों को दिन में भी सोलर से बिजली प्रदाय करने की इस नयी पहल के बारे में उपस्थित ग्रामवासियों से चर्चा भी गई, इस संबंध में ग्रामवासी काफी उत्साहित दिखे एवं उनके द्वारा भ्रमण पर आये क्रेडा सीईओ को धन्यवाद दिया गया।
ग्राम रवान में सुमित्रा द्वारा क्रेडा सीईओ राणा को बताया गया कि उनके यहां स्थापित सोलर पंप से वे साल में दो बार फसल ले लेते हैं, जबकि सोलर पंप लगने से पहले यह संभव नहीं था। ग्राम में सोलर पंप स्थापना से यहां कृषि से आय प्राप्ति मूलक गतिविधियों में वृद्धि हुई है एवं लोगों के ग्राम से पलायन में काफी कमी आई है। अभी उनके यहां स्थापित सोलर पंप से पास में ही क्रेडा द्वारा स्थापित 06 कि.वॉ. क्षमता के सोलर पावर प्लांट से जोड़कर गांव में दिन में बिजली दी जा रही है जिससे वे काफी उत्साहित नजर आई और इस प्रायोगिक व्यवस्था को पूर्णकालिक करने की मांग भी उनके द्वारा किया गया। राणा द्वारा ग्राम रवान के घरों में जाकर दिन में प्रदाय हो रही बिजली से चल रहे उपकरणों का जायजा लिया गया, जिससे वे संतुष्ट नजर आये। इसके उपरांत क्रेडा सी-ई.ओ. राणा द्वारा ग्रामों में जल जीवन मिशन अंतर्गत स्थापित हो रहे सोलर पंपों का भी निरीक्षण किया गया एवं प्रगतिरत् कार्यों की गुणवत्ता संबंधी जांच करने के उपरांत ग्राम बार में स्थापित सोलर हाई मास्ट संयंत्र का निरीक्षण कर सभी कार्य गुणवत्तापूर्वक किये जाने हेतु वहां उपस्थित क्रेडा के अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
राणा द्वारा ग्राम बार में दो किसानों के यहां स्थापित बायोगैस संयंत्रों का निरीक्षण किया गया, घर में उपस्थित गृहणी मीना यादव से उनके यहां स्थापित बायोगैस संयंत्र से होने वाले लाभ एवं संचालन में आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी ली गई। मीना यादव द्वारा बताया गया कि जब से बायोगैस संयंत्र उनके घर में लगा है तब से उन्हें धुंए से आजादी मिल गई है और स्वच्छ वातावरण में खाना पकाने से उन्हें अपना स्वास्थ्य पहले से बेहतर महसूस होता है साथ ही जानकारी उनके द्वारा दी गई कि उनके यहां स्थापित बायोगैस संयंत्र से उन्हें सुबह तथा रात्रि कालीन अवधि में पर्याप्त मात्रा में रसोई के लिए ईंधन मिल जाता है।
क्रेडा सीईओ राणा द्वारा ग्रामीणों से सीधा संवाद कर अंचल में स्थापित सोलर संयंत्रों से उन्हें होने वाले लाभ एवं आने वाले समस्याओं के संबंध में जानकारी ली गई। समक्ष में ग्रामवासियों से संवाद के दौरान कुछ किसानों द्वारा राणा को अवगत कराया गया कि सोलर पंप लगाने वाले कम्पनियों के द्वारा उन्हें ठीक ढंग से सर्विस नहीं दी जाती है एवं संयंत्र के खराब होने पर कम्पनियों द्वारा बहुत अधिक समय ले लिया जाता है। इस पर क्रेडा सीईओ राणा द्वारा त्वरित रूप से समस्याओं का निराकरण करते हुए हेतु वहां उपस्थित क्रेडा के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि यदि इकाईयों द्वारा संयंत्रों में आने वाली किसी भी प्रकार की खराबी को सुधार नहीं किया जाता है तो उन इकाईयों की किसी भी प्रकार की सुरक्षा निधि से राशि कटौती कर उन संयंत्रों को तत्काल दुरूस्त किये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। इसी प्रकार ग्राम बार में स्थापित सोलर हाई मास्ट संयंत्र के 3 लाईट खराब होने की जानकारी से राणा को ग्राम बार के निवासियों द्वारा अवगत कराया गया, जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए संयंत्र में शाम तक इकाई से सुधार करा लिये जाने संबंधी निर्देश क्रेडा के अधिकारियों को दिये गये।