छत्तीसगढ़ के नागरिक आपूर्ति निगम नान घोटाला केस में जिन दो आईएएस अधिकारियों और एक पूर्व अधिवक्ता के ऊपर EOW की ओर से मामला दर्ज किया गया था, उस मामले की अब CBI। राज्य सरकार ने EOW में दर्ज केस एजेंसी को सौंप दिया है। साथ ही सरकार की तरफ से अधिसूचना भी जारी की गई है।
कांग्रेस सरकार में महाधिवक्ता रहे सतीश चंद्र वर्मा जांच के घेरे में हैं। आरोप है कि नान घोटाला में अनिल टुटेजा, आलोक शुक्ला और सतीश चंद्र वर्मा ने गवाहों पर दबाव बनाया। बयान भी बदलवाने का आरोप है।
तीनों पर प्रभावों का दुरुपयोग कर गवाहों को प्रभावित करने का आरोप है। वॉट्सऐप चैट मिलने के बाद तीनों के खिलाफ FIR की गई थी।
आईटी द्वारा जुटाए गए डिजिटल साक्ष्य से पता चलता है कि दोनों न केवल ईडी की जांच को बाधित करने का प्रयास कर रहे थे, बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार के नौकरशाहों तथा संवैधानिक पद पर बैठे लोगों के साथ मिलकर एसीबी/ईओडब्ल्यू के मामले को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे थे.
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