रोमी सिद्दीकी/अम्बिकापुर। सरगुजा के दिग्गज नेता व भााजपा के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंह देव ने कहा है कि अंबिकापुर के विधायक व कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपने सरकार पर जो नाराजगी दिखाई है और एक विभाग से इस्तीफा दिया है। उसे और स्पष्ट करने की आवश्यकता है ताकि नाराजगी किस प्रकार की है जनता जान सके। उन्होंने सरकार के मुखिया को जो पत्र लिखा है वो एक प्रकार का आरोप पत्र है। उसे लेकर मुख्यमंत्री मंत्री भूपेश बघेल को भी जबाब देना चहिये।
उन्होंने कहा कि आरोप काफी गंभीर है पेसा कानून जिसमें जल, जंगल, जमीन का मामला है जो सिधे तोर जनजाति समुदाय से जुड़ा हुआ है। रोजगार गारंटी जिससे ग्रामीण तबके के लोगों को रोजगार नहीं दिया जा सका, गरीबों के सर पर पक्का छत देने के लिए यह सरकार नाकाम रही व षड्यंत्र पूर्वक हड़ताल करवाना ये सभी मुद्दे काफी गंभीर है। उक्त बातें अनुराग सिंह देव ने आज भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही।
पत्रकार वार्ता में भाजपा जिला अध्यक्ष ललन प्रताप सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता अखिलेश सोनी, पूर्व महापौर प्रबोध मिंज एवं पार्षद मधुसूदन शुक्ला, संतोष दास भी उपस्थित थे। इस दौरान अनुराग सिंहदेव ने कहा कि भाजपा के द्वारा पिछले कुछ वर्षों से प्रदेश के कांग्रेसी सरकार पर जो आरोप लगा रही है। उसे भूपेश बघेल की सरकार के सरकार में कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपने पत्र में लिख यह साबित कर दिया है कि सभी आरोप सत्य हैं। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री मंत्री को भी अब जबाब देना चहिये ताकि प्रदेश की जनता यह जान सके की जिन घोषणा पत्र के माध्यम से यह सरकार सत्ता में आई थी उसे पूरा करने में कहां तक सफल हो पाई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल को चाहिए कि अगर उन पर लगाए हुए आरोप सही है तो उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। सिंहदेव ने यह भी कहा की इस सरकार ने सदन के अंदर अपना विश्वास खो दिया है और जनता का विश्वास भी खो दिया है। अब गेंद मुख्यमंत्री के पाले में है। उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि उनके मंत्री जो आरोप लगा रहे हैं क्या वह सत्य है तो उन्हें अपनी कुर्सी छोड़ देना चाहिए। वहीं अगर असत्य है तो मुख्यमंत्री के नाते जो अधिकार उन्हें प्राप्त है उसका प्रयोग करना चाहिए।