रायपुर- आज पूरे देश में बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा का त्योहार बड़े धूम धाम से मनाया जा रहा है.इस दिन बसंत ऋतु का आगमन होता है. माघ मास के शुक्ल पक्ष की पचंमी तिथि को बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है. शास्त्रों के अनुसार, इस दिन मां सरस्वती प्रकट हुई थी. इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की विशेष पूजा की जाती है. इस दिन विद्या की देवी माँ सरस्वती खुश होकर अपने बच्चों को विद्या का आशीर्वाद देती है…
अगर बात करे आज क्या करे क्या न करे तो, आज के दिन व्यक्ति को बसंत पंचमी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.मन में किसी के लिए गलत भावना नहीं रखनी चाहिए.अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए.मांस मदीरा आदि से दूर रहना चाहिए.स्नान से पहले भोजन नहीं करना चाहिए. आज के दिन पीले वस्त्र पहनने चाहिए इससे माँ सरस्वती खुश होकर सभी को अपना अशीर्वाद देती है.इस दिन बसंत ऋतु का आगमन होता है. ऐसे में पेड़-पौधों को काटने से बचना चाहिए.
जानिए आखिर आज के दिन क्यों होती सरस्वती माँ की पूजा…
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, ज्ञान देवी मां सरस्वती शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ही ब्रह्माजी के मुख से प्रकट हुई थीं.इसलिए बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है.सरस्वती मां को ज्ञान की देवी कहा जाता है.इसलिए इस दिन पूरे विधि विधान से मां सरस्वती की पूजा करने से वो प्रसन्न होती हैं और भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करती हैं.
इस शुभ मुहूर्त में करे पूजा….
बसंत पंचमी की आरंभ तिथि 5 फरवरी, दिन शनिवार प्रातः 3:48 बजे है.
बसत पंचमी की समाप्ति तिथि 6 फरवरी, दिन रविवार प्रातः 3:46 बजे है.
बसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त 5 फरवरी प्रातः 7:19 मिनट से दोपहर 12:35 मिनट तक रहेगा.