रायपुर। छत्तीसगढ़ के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने सरगुजा जिले के बतौली तहसील के अंतर्गत ग्राम चिरंगा, मांजा,लैंगु, पोड़ीकला, झरगवां एवं करदना में लगने वाले मां कुदरगढ़ी एलमुना रिफायनरी प्रायवेट लिमिटेड कंपनी की स्थापना का खुलकर विरोध किया है। छत्तीसगढ़ के कद्दावर मंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत लगनेवाले इस प्लांट का न केवल विरोध किया है बल्कि राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कंपनी को उद्योग स्थापित करने के लिए दी गई अनुमति को भी निरस्त करने की मांग की है।
मंत्री अमरजीत भगत ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि मां कुदरगढ़ी एलमुना रिफाइनरी प्रायवेट लिमिटेड की स्थापना का स्थानीय ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे है और प्लांट की स्थापना को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, जिसे देखते हुए उद्योग को दी गई अनुमति निरस्त की जानी चाहिए। मंत्री अमरजीत भगत ने यह भी कहा है कि ग्रामीणों के आक्रोश और असंतोष की वजह से राजनीतिक रूप से उन्हें और कांग्रेस पार्टी को भी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
ऐसा माना जा रहा है कि खाद्य मंत्री के उद्योग के विरोध में खुलकर सामने आ जाने के बाद अब उद्योग की स्थापना आसान नही होगी। सुत्रों की माने तो दो साल बाद विधानसभा चुनाव है और ऐसी स्थिति में स्थानीय नागरिकों के विरोध ने मंत्री अमरजीत भगत को सकते मे डाल दिया है और अब वे राजनीतिक रूप से किसी भी प्रकार का नुकसान उठाने का जोखिम लेने की स्थिति में नही है।