राजधानी में लोगों को जाम से मिलेगी राहत, प्रधानमंत्री ने प्रगति मैदान टनल और 5 अंडरपास का किया उद्घाटन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को प्रगति मैदान टनल और 5 अंडरपास का उद्घाटन किया। इसके साथ ही प्रगति मैदान टनल और 5 अंडरपास लोगों के आवागमन के लिए खोल दिए गए हैं। 920 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से निर्मित इस परियोजना का उद्देश्य प्रगति मैदान में विकसित किए जा रहे प्रदर्शनी और सम्मेलन केंद्र को जाम और परेशानी से मुक्त और सुगम रास्ता मुहैया कराना है।
यह कॉरिडोर 6 लेन का है। कॉरिडोर की मुख्य सुरंग प्रगति मैदान से गुजरते हुए पुराना किला रोड होते हुए रिंग रोड को इंडिया गेट से जोड़ती है। इसके जरिए प्रगति मैदान की विशाल बेसमेंट पार्किंग तक पहुंचा जा सकता है।
दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग को सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक रिंग रोड, मथुरा रोड और भैरों मार्ग पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। चौराहों और आसपास के केंद्रों जैसे गाजियाबाद, नोएडा, एनसीआर क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास ने इन तीनों सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बढ़ा दी है। दिल्ली-मथुरा एक्सप्रेस-वे के कारण ट्रैफिक लोड और बढ़ गया है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और पूर्वी दिल्ली में आवासीय टाउनशिप के तेजी से विकास के कारण इंडिया गेट और आईटीपीओ- प्रगति मैदान क्षेत्र के आसपास के सड़क नेटवर्क पर यातायात में और वृद्धि होने की उम्मीद है।
उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज दिल्ली को केंद्र सरकार की तरफ से आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का उपहार मिला है। इतने कम समय में इस कॉरोडोर को तैयार करना आसाना नहीं था। जिन सड़कों के आसपास यह कॉरिडोर बना है, वे सड़कें दिल्ली की सबसे व्यस्त सड़कें हैं। यह नया भारत है। समस्याओं का समाधान भी करता है। नए संकल्प भी लेता है और उन संकल्पों को सिद्ध करने के लिए प्रयास भी करता है। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी में विश्व स्तरीय कार्यक्रमों के लिए ‘स्टेट ऑफ द आर्ट’ सुविधाएं हों, एक्जीबिशन हॉल हों, इसके लिए भारत सरकार निरंतर काम कर रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि दशकों पहले भारत की प्रगति को, भारतीयों के सामर्थ्य, भारत के प्रॉडक्ट्स, हमारी संस्कृति को शोकेस करने के लिए प्रगति मैदान का निर्माण हुआ था। तबसे भारत बदल गया, भारत का सामर्थ्य बदल गया, ज़रूरतें कई गुणा बढ़ गईं, लेकिन प्रगति मैदान की ज्यादा प्रगति नहीं हुई।