नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर में किशोरों और बच्चों पर ज्यादा असर हाेने की बात को स्वास्थ्य मंत्रालय ने खारिज किया है। मंत्रालय ने बताया कि महामारी की दोनों लहरों में कुल संक्रमित मरीजों में 1 से 20 वर्ष आयुवर्ग के 12 फीसदी लोग ही थे। पहली लहर में 1-10 वर्ष के 3.28 फीसदी बच्चे संक्रमित हुए। जबकि दूसरी लहर में आंकड़ा 3.05 फीसदी रहा। वहीं, 11-20 साल आयु वर्ग वाले पहली लहर में 8.03 और दूसरी लहर में 8.5 फीसदी संक्रमित हुए।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले 21-50 वर्ष आयुवर्ग के लोग रहे। पहली लहर में इस आयुवर्ग के 59.74 और दूसरी लहर में 62.45 फीसदी लोग चपेट में आए। वहीं, 61 साल से ज्यादा के लोगों में पहली बार 13.89 फीसदी लोग संक्रमित हुए थे। ये दूसरी लहर में घटकर 12.58 फीसदी रह गए। अग्रवाल ने कहा कि बीते दिनों कोरोना के पीक से तुलना करें तो नए केस की रफ्तार में 85 फीसदी तक की कमी आई है। यह स्थिति 75 दिन बाद देखने को मिली है। इससे पता चलता है कि देशभर में संक्रमण दर लगातार कम हो रही है।