रायपुर। न्यू राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के एक्सप्रेस-वे रोड में हुए लाखों रुपए की लूट का चंद घंटों में ही पुलिस ने खुलासा कर लिया। वारदात का आरोपी सेल्समैन ही निकला है। उस पर अधिक कर्ज होने से उसने लूट की फर्जी घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से नगदी रकम 92 हजार, एक नग चांदी की अंगूठी एवं घटना में प्रयुक्त बाइक, मोबाइल को जब्त किया है।
प्रार्थी दीपेश कोड़वानी ने थाना न्यू राजेन्द्र नगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि रावाभांठा मेटल पार्क में उसकी बिस्किट की फैक्ट्री है। निखिल वलेचा प्रार्थी के अधीन जून 2022 से सेल्समेन का कार्य कर रहा है, जो कंपनी में ग्राहकों से वसूली तथा आर्डर का काम देखता है। निखिल वलेचा 24 नवंबर को को करीबन 4 बजे शाम को प्रार्थी के एम.जी. रोड की ऑफिस से वसूली के लिए निकला था, जो डूमरतराई थोक बाजार अशोक ट्रेडर्स के पास से 92 हजार रूपये वसूली किया था जिसकी जानकारी निखिल वलेचा ने प्रार्थी को दिया था। थोड़ी देर बाद निखिल वलेचा ने प्रार्थी को मोबाईल फोन से फोन कर बताया कि एक्सप्रेस-वे फुण्डहर चैक के आगे दो अज्ञात व्यक्ति उसे रोककर हाथ मुक्के से मारपीट कर उसके आंख में मिर्ची का पावडर डालकर बैग में रखा नगदी रूपये और उसके हाथ में पहने चांदी की अंगूठी को लूट कर भाग गये। जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना न्यू राजेन्द्र नगर में अपराध पंजीबद्ध किया गया।
एण्टी क्राईम एवं साईबर यूनिट और न्यू राजेन्द्र नगर थाना पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। घटना स्थल व उसके आसपास लगे सीसीटीव्ही कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण कर अज्ञात आरोपियों की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। प्रार्थी द्वारा टीम को बताया गया कि 2 व्यक्ति पहले प्रार्थी को रोके और उसके साथ मारपीट कर नगदी रकम एवं चांदी की अंगूठी को लूट कर फरार हो गये थे। प्रार्थी से पूछताछ करने पर बार – बार वह अपना बयान बदल कर लगातार टीम को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था जिस पर अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम को प्रार्थी के उपर शक हुआ एवं टीम के सदस्यों द्वारा प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर प्रार्थी से कड़ाई से पूछताछ प्रारंभ किया गया जिस पर प्रार्थी ने रकम गबन करने की योजना बनाकर लूट की झूठी घटना को कारित करना स्वीकार किया गया। आरोपी निखिल वलेचा ने पूछताछ में बताया कि उस पर अधिक कर्ज होने से उसने लूट की उक्त फर्जी घटना को अंजाम दिया था।