जिस Pitbull को बच्चे की तरह पाला, उसी ने ली महिला की जान, शरीर पर 12 जख्म के मिले निशान
उत्तरप्रदेश। प्रदेश में एक रिटायर शिक्षिका को उनके ही पालतु पिटबुल ने मार डाला। पिटबुल ने अपनी मालकिन को इतना नोचा और काटा की उसकी मौत हो गई। घटना के बाद शहर में हर ओर इसकी चर्चा हो रही है। जिस पिटबुल को महिला अपने बच्चे की तरह रखती थी वहीं उसकी जान ले लेगा। यह जानकर सब हैरान है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कैसरबाग के बंगाली टोला में मंगलवार सुबह रिटायर्ड शिक्षिका सुशीला त्रिपाठी (82) की उनके घर में पल रहे पिटबुल डॉग ने नोंच खाया, जिससे उनकी मौत हो गई। सुशीला नारी शिक्षा निकेतन में शिक्षिका के पद से सेवानिवृत्त हुई थीं। सुशीला और उनके परिवार ने घर में एक लेब्राडोर और दूसरा खूंखार प्रजाति का पिटबुल डॉग पाल रखा है। सुशीला छत पर दोनों को टहला रही थीं। इस दौरान अचानक से पिटबुल ने सुशीला पर हमला कर पेट, सिर, चेहरा, पैर और हाथ में कई जगह नोंच लिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। पिटबुल ब्राउनी के हमले में सुशीला त्रिपाठी के शरीर का मांस निकल आया।
बताया जा रहा है कि जिस वक्त पिटबुल ने सुशीला पर हमला किया उस समय घर में सिर्फ नौकरानी थी, जो भी कुछ देर बाद पहुंची और खून से लथपथ पड़ी सुशीला को देखकर उसने सुशीला के बेटे अमित को फोन किया। इसके बाद अमित घर पहुंचा और तत्काल अपनी मां को लेकर निकट के बलरामपुर अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी मां को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद सुशीला का पोस्टमार्टम कराया गया। पिटबुल ने बुजुर्ग महिला को कई जगहों पर नोचा था। उनके हाथ, पैर, पेट, पीठ पर 12 गंभीर घाव थे। एक घाव सिर पर भी था।
डॉक्टरों का कहना है कि इतने जख्म से साफ है कि उन्होंने (सुशीला) जितना बचने का प्रयास किया, पिटबुल ने उतना ही हमला किया। सुशीला के पड़ोसियों का कहना है कि वह अपने दोनों पालतू कुत्तों का बहुत ख्याल रखती थीं, दोनों पालतू कुत्तों को बच्चों की तरह दुलराती रहती थीं। हमले के बाद मां को अस्पताल ले जाते वक्त पिटबुल अमित के पास आया और वह शांत था।