हिमांशु पटेल/रायपुर। रायपुर नगर निगम की सामान्य सभा महीनों बाद आज आयोजित की गई. इस सामान्य सभा में महापौर परिषद की जोरदार किरकिरी हुई। सामान्य सभा में बतौर अतिथि वरिष्ठ विधायक सतनारायण शर्मा व संसदीय सचिव विकास उपाध्याय पहुंचे थे। सभा की शुरुवात प्रश्नकाल से हुई जिसमें. प्रश्नकाल के दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक सत्यनारायण शर्मा और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय भी जनप्रतिनिधियों द्वारा आमंत्रित करने पर सभा में पहुंचे. सभापति प्रमोद दुबे ने दोनों नेताओं से सभा को संबोधित करने कहा…पर जैसे ही विधायक सत्यनाराणय शर्मा ने अपना उद्बोधन शुरु किया तो निगम अधिकारी, सभापति, महापौर समेत कांग्रेसी नेता हड़बड़ा गए.
विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा की रायपुर में धड़ल्ले से अवैध प्लांटिंग हो रही है लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं हो रही,बिल्डर नाले पाट कर प्लाटिंग कर रहे हैं यह गंभीर विषय है. बीएसयूपी मकान दिलाने के नाम पर ठगी हो रही है लेकिन इस पर भी कार्रवाई नहीं की जा रही है…अधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिए. सत्यनारयण शर्मा ने कहा की स्ट्रीट लाइट बंद होने से अंधेरे में अपराध की आशंका बढ़ा जाती है, स्ट्रीट लाइट पर खास ध्यान देने की जरुरत है..सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए शर्मा ने कहा की आए दिन शिकायत होती है सफाई कर्मी कम है कई जगह सफाई नहीं हो रही इस पर खासा ध्यान देने की जरुरत है.
विधायक ने भाषण खत्म करने से पहले अवैध प्लाटिंग पर सवाल खड़ा किया. विधायक सत्यनारायण शर्मा के बाद संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा की भाजपा पार्षद सुर्यकांत राठौर ने फाफाडीह, भाठागांव समेत अन्य जगहों पर अवैध प्लाटिंग की बात की है लेकिन बड़ा सवाल है की जब अवैध प्लाटिंग शुरु होती है. उस समय पार्षद इसकी शिकायत कर एफआईआर क्यो दर्ज नहीं कराते. विकास उपाध्याय ने कहा की पार्षद यहां बैठ कर एक दूसरे को बेवकूफ बना सकते हैं लेकिन जनता को नहीं, पार्षद जनता को बेवकूफ बनाने का प्रयास न करें.
कांग्रेसी नेताओं के इस बयान पर भाजपा के प्रवक्त मृत्युंजय ने कहा की दोनों नेता व्यथित हैं इसलिए मजबूरी में उन्हे सदन पर आकर सार्वजनिक रुप से शिकायत करनी पड़ी क्योंकि उनकी भी सुनवाई नहीं हो रही. इस पूरे मामले में महापौर एजाज ढेबर ने कहा की अवैध प्लाटिंग भाजपा की देन है. 20 साल के इतिहास में पहली बार बिल्डरों पर कार्रवाई हो रही है..यहा भाजपा शासन काल में कभी नहीं हुआ..मामला अब पुलिस के पास में कार्रवाई को लेकर पुलिस से सवाल करना होगा।
वहीं जब दो विधायक शहर की समस्या को सदन में रखा जिससे कही न कही निगम की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़ा हुआ। और महापौर परिषद को भी जमकर घेरा। बता दें इसके पहले भी संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने सफाई व्यवस्था की पोल खोलते हुए नगर निगम के कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर किया था।उस वक्त सफाई ठेकेदारों से कमीशन लेने की बातों का ज़िक्र किया था।