ज्ञानवापी मामले में सुनवाई करने वाले जज को मिली धमकी भरी चिट्ठी, पहले भी जान को बता चुके खतरा
ज्ञानवापी मामले में सुनवाई करने वाले काशी के सिविल जज रवि कुमार दिवाकर को धमकी भरा पत्र मिला है। जज को यह पत्र मंगलवार को रजिस्टर्ड मेल के जरिए मिला। यह इस पत्र के साथ कई कागज भी जज को भेजे गए थे। जिसके बाद उन्होंने यूपी के अपर मुख्य सचिव (गृह), डीजीपी और वाराणसी के पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजकर इस बारे में जानकारी दी। इसके बाद उनकी सुरक्षा में 9 पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए।
सिविल जज रवि दिवाकर ज्ञानवापी मामले में पहले भी अपनी जान को खतरा बता चुके हैं। और अब सिविल जज रवि दिवाकर को धमकी भरी चिट्ठी भेजी गई है। उस चिट्ठी में उन्हें बुतपरस्त काफिर बताकर धमकी दी जा रही है। जहां धमकी भरी चिट्ठी मिलने के बाद मुख्य सचिव गृह से आरोपी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग हो रही है।
बात दें कि जज रवि दिवाकर ने ज्ञानवापी में सर्वे वाला फैसला सुनाया था. ऐसे में उनका नाम लगातार चर्चा में बना हुआ है। उस समय भी सर्वे का फैसला सुनाते वक्त सिविल जज ने अपनी जान को खतरा बताया था। उस समय उन्होंने कहा था कि साधारण केस में भी डर का माहौल बनाया गया। डर इतना कि मेरे परिवार को मेरी और मुझे अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता बनी रहती है।