जवान ने खराब खाने को लेकर छेड़ा मुहीम, खाने की वीडियो बनाकर खुद बताई क्वालिटी, VIDEO वायरल
अब छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला से जवानों को मिलने वाले भोजन को लेकर विवाद शुरू हो गया है. कांकेर में पदस्थ CAF (छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स) के जवान ने भोजन पर सवाल उठाया है और इस पुरे मामले का वीडियो भी वायरल हुआ है। इस वायरल वीडियो में जवान आरोप लगते हुए कहा रहा है कि खाने में मछली के तीन पीस के साथ दी गई तरी (सब्जी) में सिर्फ पानी ही पानी है. उसमें रंग मिलकर दिया गया हैं। इसके साथ ही उसने मेस कमांडर से सवाल करते हुए पूछा कि क्या आप अपने घर में ऐसा ही खाना खाते हैं। जवानों को ख़राब क्वालिटी मिलने का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
जवान का भोजन दिखाते हुए जो वीडियो वायरल हुआ है, वो इस वीडियो में जवान बता रहा है कि वह CAF की 11वीं बटालियन सी कंपनी में है और वह कह रहा है कि ‘आज बड़ा खाना बना है। मछली दिए हैं तीन पीस. इसकी तरी (सब्जी) को देखो, यह दिए हैं पानी। ऐसा बनता है कंपनी का खाना। क्या मेस कमांडर अपने घर में ऐसा खाना खाता है। या उसके घर में ऐसा ही खाना खिलाते हैं।’
खराब भोजन को लेकर कई बार किया गया है शिकायत
इस वीडियो में जवान आगे कह रहा है, ‘यहां के अधिकारी लोग कुछ नहीं बोल रहे हैं। मैं कई बार शिकायत कर चुका हूं। सर, ऐसा खाना बनता है क्या? जैसा घर में बनता है, वैसा खिलाओ। इस खाने में गरम पानी के सिवा कुछ नहीं है। तरी में कलर डाल दिए हैं, पानी लेकर आ गए हैं। जानवर हैं क्या, देश सेवा कर रहे हैं। यहां सब मिलीभगत कर रहे हैं। घर छोड़कर, परिवार छोड़कर यहां नौकरी करने आए हैं। इसमें कटिंग भेज रहे हैं 74 रुपए-75 रुपए।’
जवान इसके खिलाफ लड़ेगा लड़ाई… जो भी करना है कर लें
इस वीडियो में जवान कह रहा है कि वह हवलदार है, लेकिन वह बाकी जवानों के साथ ऐसा नहीं करता है। उसका कहना है कि ‘यह कौन से तरीके से खिला रहे हैं। मैं भी एक हवलदार हूं, लेकिन ऐसे नहीं खिलाता हूं। जवान के हित में काम करता हूं। यह सब गलत है। मैं तो बोलूंगा और लड़ूंगा। इसके खिलाफ मैं कहीं भी बोलने के लिए तैयार हूं। जो भी करना है, अधिकरी कर लें। जय हिंद, जय छत्तीसगढ़।’
वायरल वीडियो में दिख रहा जवान करीब दो साल से कांकेर जिला जेल में पदस्थ है। उसका नाम बुट्टू सांडे है और जांजगीर का रहने वाला है। वहीं इस संबंध में जेलर खोमेंद्र मंडावी का बयान आया है. उन्होंने कहा, सी कम्पनी का अलग है मेस, जेल विभाग का इससे कोई लेना देना नहीं है।
इसके साथ ही इस मामले पर कांकेर SP ने भी पल्ला झाड़ लिया है। उनका कहना है कि इन जवानों की जिम्मेदारी आर्म्ड फोर्स के पास है। वही ज्यादा बेहतर बता सकेंगे। वहीं दूसरे अफसर इस बारे में कुछ बोलने को फिलहाल तैयार नहीं हैं.