रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के तीसरे दिन नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से बिलासपुर वन मंडल में कैंपा के माध्यम से अनियमितता से हो रहे कार्यों को विधानसभा सदन में ध्यान आकर्षित किया। जिसपर वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने तत्काल कार्यवाही करते हुए सदन में ही परीक्षेत्र अधिकारी को निलंबित किया।
ध्यानाकर्षण में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि बेलगहना परिक्षेत्र के अंतर्गत 29 सितम्बर 2021 को गई शिकायत में कोटा उपवनमंडलाधिकारी के जांच प्रतिवेदन का हवाला दिया, जिसमें बताया गया कि काम नहीं करने के बाद भी 15 व्यक्तियों के खाते में फर्जी तरीके से 8,59.407 रुपए जमा कर शासकीय राशि को गबन किया गया है। इसमें जांच अधिकारी ने तत्कालीन परिक्षेत्र सहायक व परिक्षेत्र अधिकारी बेलगहना को दोषी माना है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
नेता प्रतिपक्ष ने इसके साथ बेलगहना क्षेत्र अंतर्गत आमानाला ब्रशवुड चेकडेम में अनियमितता प्रतिवेदन मिलने के बाद भी वनमंडलाधिकारी द्वारा कार्यवाही नहीं करने से संदेह उत्पन्न होने की बात कह। इसके अलावा कहुआ नाला में मजदूरों को फर्जी भुगतान करने सहित अनियमितता के अनेक प्रकरणों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कार्य में अनियमितता की जांच कर दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। यही नहीं इस वनमंडल में कैम्पा योजना को लेकर विगत दो वर्षों में 10 से अधिक नामजद शिकायतें हुई है, लेकिन किसी भी दोषी के ऊपर कार्यवाही नहीं की गई है, जिसमें आम जनता में भारी रोष है।
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नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के व्यतव्य के मद्देनजर स्पष्ट किया कि वन परिक्षेत्र से दो सालों में दस नहीं बल्कि केवल दो शिकायतें प्राप्त हुई है। बेलगहना वन परिक्षेत्र के अंतर्गत हितग्राहियों को वेतन भुगतान की शिकायत पर कोटा उपवनमंडलाधिकारी को जांच हेतु निर्देशित किया गया था। कोटा उपवनमंडलाधिकारी के जांच प्रतिवेदन में प्रारंभिक रूप से अनियमितता दिखाई दे रहा है। इसका परीक्षण उच्च अधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है। अंतिम जांच प्रतिवेदन प्राप्त होने के उपरांत दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध विधि सम्मत कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही अकबर ने आम जनता में रोष नहीं होने की बात कही।