बिहार के जितिया पर्व की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गई जब जितिया वर्त के मौके पर नदी और तालाब में नहाने गए 39 लोगों की मौत हो गई . बिहार के औरंगाबाद में डूबने से सबसे ज्यादा 10 मौतें हैं. जितिया के दौरान ज्यादातर मौतें नदी में स्नान के दौरान हुई है. औरंगाबाद के बाद सबसे ज्यादा मौत छपरा (05) में हुई है. इसके अलावा रोहतास में 04, कैमूर में 3, सीवान में 3, मोतिहारी में 3, बेतिया में 2, बेगूसराय में 2, गोपालगंज, भोजपुर,नालंदा, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और अरवल में 1-1 लोगों की मौत की खबर है. बताया जा रहा है कि कई जिलों में अभी भी कुछ लोगों की तलाश जारी है. ऐसे में मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. आपको बता दे की बिहार में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. नदियां रौद्र रूप धारण किए हुए हैं. वहीं बारिश के कारण नदियों, तालाबों का जलस्तर बढ़ा हुआ है. जिसके कारण ही इन मौतों के आकड़े इतने बढ़ गए हैं.
औरंगाबाद जिला अंतर्गत मदनपुर प्रखण्ड के कुशहा गांव में 04 बच्चों तथा बारूण प्रखण्ड के इटहट गांव में 03 बच्चों की नहाने के दौरान डूबने से हुई मृत्यु दुःखद। मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रू॰ की अनुग्रह राशि अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। शोक संतप्त परिजनों को दुःख की…
— Nitish Kumar (@NitishKumar) September 25, 2024
वही सीएम नीतीश कुमार ने जितिया के मौक पर औरंगाबाद में हुए हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने इस घटना को लेकर कहा कि जितिया के मौके पर जो हुआ है वे बेहद दुखद है. सीएम नीतीश कुमार ने मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजे देने का भी ऐलान किया. साथ ही उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि जिन परिवारों के लोगों के सदस्यों की इस घटना में जान गईं, उनसे दुख की इस घड़ी में धैर्य रखने की हिम्मत दें.
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