फेडरेशन के आव्हान कर्मचारी-अधिकारियों ने दफ्तरों में जड़ा ताला, 146 ब्लॉक एवं 29 जिलों में हुआ महारैली… सरकार का कामकाज रहा ठप
राज्य सरकार द्वारा देय तिथि से 34 % डी ए और 7 वे वेतन में एच आर ए नहीं देने से कर्मचारी नाराज

रायपुर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आव्हान पर बुधवार को 146 ब्लॉक एवं 29 जिलों में कर्मचारी-अधिकारियों ने कलम बंद काम बंद हड़ताल से सरकार का कामकाज ठप कर दिया। फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा एवं प्रमुख प्रवक्ता विजय झा का कहना है कि राज्य सरकार कर्मचारियों के मौलिक अधिकार का हनन कर रही है। राज्य सरकार द्वारा देय तिथि से 34 % डी ए और 7 वे वेतन में एच आर ए नहीं देने से कर्मचारी नाराज हैं। उन्होंने बताया कि यदि सरकार ने सही समय पर सही निर्णय नहीं लिया तो अगले चरण में 25 जुलाई से 29 जुलाई तक शासकीय कार्यालयों में तालाबंदी होगी। उन्होंने कहा कि हमने महारैली सरकार को वास्तविकता बताने एवं जगाने के लिए किया गया है।अभी गेंद सरकार के पाले में है।
उन्होंने बताया कि फेडरेशन ने संभाग प्रभारी,संभाग एवं जिला संयोजक नियुक्त किये गये थे। जिसमें रायपुर संभाग में चंद्रशेखर तिवारी, अजय तिवारी ,दुर्ग संभाग में राजेश चटर्जी, आनंदमूर्ति झा ,बस्तर संभाग में कैलाश चौहान, गजेंद्र श्रीवास्तव,बिलासपुर संभाग में पी आर यादव एवं डॉ बी पी सोनी तथा सरगुजा संभाग में ओंकार सिंह एवं कौशलेन्द्र पाण्डेय के मार्गदर्शन में प्रांतव्यापी महारैली आयोजित हुआ। फेडरेशन द्वारा नियुक्त प्रदेश के 31 जिले के संयोजकों ने आंदोलन का कमान संभाले रहें।
उन्होंने बताया कि राज्य के विभागाध्यक्ष कार्यालय इंद्रावती भवन,नवा रायपुर स्थित अन्य विभागाध्यक्ष कार्यालय, कमिश्नर /कलेक्टर कार्यालय, आबकारी विभाग,संभाग/जिला कोषालय,समस्त नगर निगम/ पालिका/ पंचायत,वाणिज्य कर,जिला पंजीयक,जिला शिक्षा विभाग,स्वास्थ विभाग,वन विभाग,महिला बाल विकास विभाग,लोक निर्माण विभाग, समस्त स्कूल,जिला रोजगार,पी एच ई विभाग,जल संसाधन विभाग,राजस्व विभाग,पंचायत विभाग, कृषि विभाग,पंजीयक कार्यालय,खाद्य विभाग,निर्वाचन कार्यालय,तहसील कार्यालय, जिला पंचायत,उद्योग विभाग,आर ई एस विभाग,श्रम विभाग,श्रम न्यायालय,जिला आयुर्वेदिक कार्यालय एवं आरटीओ जैसे प्रमुख कार्यालयों में कर्मचारियों का हड़ताल में चले जाने से से सन्नाटा पसरा रहा।
इंद्रावती भवन स्थित समस्त कार्यालय बंद रहा। प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा, विभागाध्यक्ष कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रामसागर कौशले, लिपिक वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष संजय सिंह, अपाक्स के प्रांत अध्यक्ष सत्येंद्र देवांगन, संतोष वर्मा, आमोद श्रीवास्तव, आशीष ठाकुर, महेंद्र साहू,भोला प्रसाद पटेल, आर एन पटेल, सुभाष श्रीवास्तव, जय साहू, कुमार यादव, आलोक वशिष्ठ, कुमार वर्मा, अमोद श्रीवास्तव,अनिल मालेकर, विद्या दुबे, देबाशीष दास, सुप्रिया चंद्राकर,विक्टर तिरकी, सुरेश ढ़ीढ़ी, डिकेन्द्र खुटे, लोकेश वर्मा, ज्ञानीराम परसे, रवि देवांगन, रविन्द्र आनंद, एन के साहू, रफीक मोहम्मद, विनय उपाध्याय, हेम्प्रसाद गायकवाड़, रोबर्ट्स दास आदि के नेतृत्व में इंद्रावती भवन में जोरदार प्रदर्शन किया गया।
उन्होंने बताया कि हड़ताल में सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने अवकाश आवेदन जमा कर कर्मचारी न्याय सभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराया। फेडरेशन के 14 सूत्रीय माँगपत्र में से 2 लंबित मुद्दों देय तिथि से 34 % डी ए एवं एच आर ए के समर्थन में जबरदस्त नारेबाजी कर राज्य शासन के उपेक्षापूर्ण नीति के विरूद्ध अपना आक्रोश व्यक्त किया गया । राजधानी रायपुर के महारैली को सफल बनाने में जिला संयोजक उमेश मुदलियार, संजय शर्मा, राजेश सोनी, आलोक नगपुरे, सुनील नायक आदि ने विशेष भूमिका निभाया।
प्रांतव्यापी आंदोलन को ऐतिहासिक बनाने फेडरेशन से जुड़ेविभिन्न संगठन के प्रांत अध्यक्षगण क्रमशः-
आर.के.रिछारिया, चन्द्रशेखर तिवारी, बी.पी.शर्मा, मनीष ठाकुर, बिन्देश्वर राम रौतिया, मूलचंद शर्मा, सतीश मिश्रा, संजय सिंह, रोहित तिवारी, डॉ. लक्ष्मण भारती, पंकज कुमार पाण्डेय, अरूण तिवारी, सत्येन्द्र देवॉगन, ओंकार सिंह, राजेश चटर्जी, दिनेश रायकवार, डी.एस.भारद्वाज, यशवंत वर्मा, आर. एन. ध्रुव, प्रशांत दुबे, आशुतोष शर्मा, राकेश शर्मा, भागवत् कश्यप, मनीष मिश्रा, अजय तिवारी, राम सागर कोसले, सत्येन्द्र देवॉगन, देवलाल भारती, राकेश सिंह, उमेश मुदलियार, राजेश सोनी, दिलीप झा, केदार जैन, आलोक जाधव, शिव कुमार साहू, एम.एल.चन्द्राकर, आकाश त्रिपाठी, श्रीमती रितू परिहार, टारजन गुप्ता, श्रीमती देवश्री साव, एम.पी.आड़े, कौशल अग्रवाल, आलोक नागपुरे, बिहारी लाल शर्मा, संजय सक्सेना, राजकुमार अवस्थी, सुनील नायक, हरीश देवॉगन, तुलसी साहू, राजेश पाल, डॉ. भूपेन्द्र गिलहरे, आशीष शर्मा, विनोद शर्मा, विनय पाण्डे, चन्द्र भानू मिश्रा, संजय सक्सेना, राजकुमार अवस्थी, राजेश त्रिपाठी, कमलेश तिवारी, जी.एस.यादव, मनोज साहू, अजय शर्मा, मो. फारूख, हरीश कपूर, डी.एल.चौधरी, कमलेश तिवारी, अजय उपाध्याय, हरिमोहन सिंह, शंकर वराठे, कुबेर सिंह, चन्द्र कुमार आदिल, मिथलेश कुमार साहू, ए.ओ.लारी, मनोहर लोचनम्, होरी लाल छेद्इया, संजय झड़बड़े प्रकाश ठाकुर, सुनील शर्मा, नगर निगम कर्मचारी महासंध के नेता संतोष कुमार पाण्डेय, अजय वर्मा, एवं रविशंकर विश्वविद्यालय कर्मचारी महासंध अध्यक्ष श्रवण सिंह ठाकुर, सचिव प्रदीप मिश्रा, रवि गढ़पाले, बजरंग मिश्रा आदि सक्रिय रहे।