ट्रक एवं हाईवा की चोरी करने वाले अंतराज्यीय चोर गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार

सरगुजा – ट्रक एवं हाईवा की चोरी करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को सरगुजा पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपियों के द्वारा वाहनों की चोरी करने के पश्चात उसे काट कर बेच दिया जाता था। गिरोह द्वारा सरगुजा के अलावा जशपुर तथा रायगढ़ जिले में भी ट्रक तथा हाईवा चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है। पकड़े गये आरोपियों में दो पंजाब, दो पश्चिम बंगाल और एक झारखंड के रहने वाले है।
आज मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले ने बताया कि पिछले दिनों बिलासपुर रोड से एक हाईवा वाहन चोरी होने के बाद वाहन मालिक केदारपुर निवासी विरेन्द्र कुमार सिंह आत्मज स्व. कामता सिंह द्वारा घटना की सूचना पुलिस को दी गयी थी जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
एएसपी विवेक शुक्ला, सीएसपी पुष्कर शर्मा व एसडीओपी अखिलेश कौशिक के मार्गदर्शन व नेतृत्व में प्रारंभिक जांच करते हुए पुलिस टीम ने साईबर सेल की मदद से आसपास के इलाकों की बारीकी से जांच कर संदिग्धों पर नजर रखना शुरू किया।
कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर पंजाब के तरनतारन निवासी 46 वर्षीय दारा सिंह तथा गुरदासपुर निवासी 42 वर्षीय सुखजींदर सिंह पिता चरमल सिंह के बारे में पुलिस को पता चला।
उक्त दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उन्होनें सरगुजा में खड़ी हाईवा को चोरी कर ले जाना कबूल करते हुए उसे झारखंड के धनबाद निवासी अजय कुमार मिश्रा नामक व्यक्ति को 2 लाख से अधिक रूपये में बेचना बताया।
पुलिस ने जब अजय कुमार को पकड़ा तो उसने पुलिस को बताया कि उसके कारोबार में बबलू प्रसाद तथा विरजु साव दोनों निवासी जिला वर्धमान (पश्चिम बंगाल) भी शामिल हैं तथा वही वाहन को काटकर खरीद लेते हैं, इसपर पुलिस ने इन दोनों को भी पकड़ा। आरोपियों द्वारा छत्तीसगढ़ के लैलूंगा और कुनकुरी से भी ट्रक चोरी करके बेचने की बात स्वीकार की गयी है।
पुलिस द्वारा इस अंतर्राज्यीय गिरोह को पकड़ने से चोरी के बड़े मामलों का खुलासा हुआ है। एसपी द्वारा चोरी की खुलासा करने वाली टीम को 5000 रूपये नगद पुरस्कार देने की घोषणा की गयी है।
उक्त कार्यवाही में सायबर प्रभारी निरीक्षक विजय प्रताप सिंह, उपनिरीक्षक ओ.पी. यादव, तत्कालीन चौकी प्रभारी अनिता आयाम वर्तमान चौकी प्रभारी विद्या भूषण भारद्वाज सहायक उपनिरीक्षक विजन सिंह, सिदियुस लकड़ा, परशुराम पैकरा, प्रधान आरक्षक विपिन तिवारी, प्रआर विवेक पाण्डेय, आर. अंशुल शर्मा, पवन कनौजिया, हरिनंदन सोरी, अरविन्द उपाध्याय, सुनील सोनवानी, अभिषेक, ईजहार अहमद सक्रिय रहे।