
जांजगीर चांपा से दीपक यादव की रिपोर्ट
जांजगीर- चांपा। जिले में कोरोना (Corona Virus) के बहाने गुरुजी (Teacher) के छुट्टी मनाने का मामला प्रकाश में आया है। उधर गुरुजी गए छुट्टी मनाने तो महिला एवं बाल विकास के अधिकारी पहुंचे जानकारी जुटाने। बाल विवाह (Child Marriage) की शिकायत पर पहुंची महिला एवं बाल विकास विभाग (Women and Child Development Department) की टीम यहां नाबालिग लड़की की जन्मतिथि जानने पहुंची थी। पर यहां तो शाला (School) पर ताला लगाकर गुरुजी निकल गए थे। मामला जिले के नवागढ़ विकासखण्ड के शासकीय प्रथमिक शाला चौड़ीपारा खोखसा का बताया जा रहा है।

सरकारी अधिकारियों से कराया इंतजार
बाल विवाह के एक मामले में स्कूल से जानकारी जुटाने के लिए जब महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी पहुँचे तो स्कूल पर ताला लटका मिला। नाबालिक लड़की के विवाह की शिकायत पर उसकी जन्म तिथि के सम्बंध में जानकारी जुटाने के लिए अधिकारियों की टीम स्कूल में पहुँची थी। गांव में बारात भी आ चुकी थी, टीम जब स्कूल पहुँची तो मेन गेट में ताला लटका था। स्कूल के शिक्षकों से फोन पर सम्पर्क किया गया। तो कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर स्कूल बंद होने की बात कह दी गई।
जिला शिक्षा अधिकारी के आने के बाद पहुंचे टीचर
बाल संरक्षण अधिकारी गजेंद्र जायसवाल ने प्रधान पाठक को बाल विवाह से सम्बंधित मामले के लिए दाखिल खारिज के निरीक्षण की जरूरत बताई। इसके बाद भी जिम्मेदार शिक्षकों ने इसे गम्भीरता से नहीं लिया। बाद में जिला शिक्षा अधिकारी को फोन पर सम्पर्क किया गया। मामले की गम्भीरता को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी के एस तोमर खुद एबीईओ को लेकर मौके पर पहुँचे। डीईओ (DEO) ने भी शिक्षकों से फोन पर सम्पर्क किया। इसके बाद स्कूल के शिक्षक मौके पर पहुँचे। इस दौरान दो घण्टे तक अधिकारी स्कूल के बाहर ताला खुलने का इंतजार करते रहे।
डीईओ ने दिया कार्यवाही का आश्वासन
इस सम्बंध में विभागी अधिकारियों और डीईओ का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए बच्चों की छुट्टी जरूर हुई है, लेकिन शिक्षकों और स्टाफ को स्कूल में रहना है। अधिकारियों ने लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।