
रायपुर। दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम में आज पहली प्रस्तुति रतनपुर से आए स्वरागिनी ग्रुप के कलाकारों ने किया। स्वरागिनी ग्रुप द्वारा गणेश वंदना तथा सरस्वती वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसके बाद डॉ. नरेंद्र देव वर्मा द्वारा लिखित राज्यगीत अपरापैरी के धार में अत्यंत भावुक प्रस्तुति दी। इसके साथ ही साथ समुदाय के कलाकारों ने सुआगीत, कर्मा गीत, ददरिया व होली के गीतों में अपनी प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने में मजबूर कर दिया । छत्तीसगढ़ के महान संत गुरू धासीदास के सम्मान में उन्होंने पंथी नृत्य की प्रस्तुति दी।
दूसरी प्रस्तुति के रुप में रायपुर के युवराज बाध द्वारा कत्थक में शिव वंदना की प्रस्तुति दी गई। इसके साथ -साथ उन्होंने कत्थक तिहाई, परन और ठुमरी में अपने अंदाज से लोगों को दिल जीत लिया। उल्लेखनीय है कि युवराज बाध जी कत्थक नृत्य के क्षेत्र में गुररत्न अवार्ड, मधुपुरम अवार्ड, मधुपुरम सम्मान, गुरू बह्म अवार्ड तथा नृत्य माया अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं।
रायपुर के ही एलजीबीटी समुदाय के कलाकार सौरभ रंगारी ने राधा-कृष्ण रास नृत्य में अपनी प्रस्तुति दी। इसी तरह अमन व रोहित के द्वारा उपशास्त्रीय नृत्य में प्रस्तुति दी गई। रायपुर के तृतीय लिंग समुदाय के कलाकारों ने संबलपुरी नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी तथा लोगों की तालियां बटोरी। इसके साथ तृतीय लिंग समुदाय के फैशन डिजाइनर सिद्धांत बेहरा के द्वारा फैशन शो का आयोजन किया गया जिसमें तृतीय लिंग समुदाय के साथ -साथ एलजीबीटीक्यू समुदाय के लोगों ने रैंप वाक किया। रैंप वाक के दौरान दर्शको ने सभी समुदाय के व्यक्तियों का उत्साहत वर्धन किया तथा कार्यक्रम समुदाय के वरिष्ट लोगों के द्वारा सभी कलाकारों का श्रीफल, साल तथा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संगठन की बोर्ड मेंबर विद्या राजपूत ने संस्कृति विभाग के माननीय मंत्री अमरजीत भगत, विभाग के सचिव श्री अनबलागन पी जी तथा संचालक विवेक आचार्य को धन्यवाद ज्ञापित किया जिनके सहयोग से यह कार्यक्रम संपन्न हो सका। इसके साथ-साथ ही साथ सभी कार्यकताओं, कलाकारों, विभाग के अन्य अधिकारी- कर्मचारियों तथा दर्शकों का भी आभार व्यक्त किया गया।