
जांजगीर-चांपा। जिला अस्पताल से फरार हुए दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के मामले में विचाराधीन कैदी को पुलिस ने गरियाबंद के बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है। कैदी के फरार होने के बाद प्रहरी को निलंबित कर दिया गया था। फिलहाल गरियाबंद पुलिस ने उसे जांजगीर पुलिस को सौंप दिया है।
दरअसल, बिलासपुर के देवरीखुर्द निवासी दुर्गा प्रसाद साहू (23) को जांजगीर की मुलमुला थाना पुलिस ने 24 मई को दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसे कोर्ट ने जेल भेज दिया था। यहां 7 जून को दुर्गा प्रसाद ने सीने में दर्द की शिकायत की, इस पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था। यहां उसे जनरल वार्ड में रखा गया था। देर रात करीब 12 बजे बंदी दुर्गा प्रसाद ने प्रहरी सोनू साहू से कहा कि उसे हथकड़ी चुभ रही है, थोड़ी ढीली कर दे। काफी अनुरोध पर प्रहरी ने हथकड़ी ढीली कर दी। इसके बाद दुर्गा प्रसाद ने प्रहरी सोनू साहू से दवाई खाने के लिए पानी लाने की गुजारिश की। प्रहरी पानी लाने गया, इसी बीच मौका देखकर बंदी दुर्गा प्रसाद हथकड़ी से हाथ बाहर निकाला और भाग निकला।
इसके बाद सिटी कोतवाली पुलिस FIR दर्ज कर उसकी तलाश कर रही थी। इसी बीच गरियाबंद पुलिस की स्पेशल टीम को बता चला कि एक संदिग्ध व्यक्ति बस स्टैंड के आसपास घूम रहा है। इस पर टीम ने तस्दीक की और संदिग्ध को पकड़ कर थाने ले आए। जांच में पता चला कि वह जांजगीर से फरार विचाराधीन कैदी दुर्गा प्रसाद साहू है। जेलर डीडी टोंडे ने बताया कि दुर्गा प्रसाद ट्रक से कोरबा पहुंचा। वहां से कई शहरों में घूमते हुए गरियाबंद पहुंच गया था।