
रोमी सिद्दीकी/अम्बिकापुर। शहर के महिला थाने में एक अधिवक्ता के साथ कथित रूप से महिला थाना प्रभारी के द्वारा दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। जिसे लेकिन सरगुजा के अधिवक्ताओं संघ के द्वारा विरोध करते हुए पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है। बहरहाल, इसे विडम्बना ही कहे की एक ओर पुलिस कप्तान मैडम के द्वारा एक दिन पहले ही पुलिस अधिकारियों की मिटिंग में आम जनता से दोस्ताना सम्बन्ध बनाने की ओर जोर दिया जाता है और अगले दिन ही उनके अधीन काम करने वाले पुलिस अधिकारी पुलिस कप्तान की ही बातों को ठेंगा दिखा रहे हैं। ऐसे में पुलिस कप्तान की बातों पर आम जनता अगर विश्वास करे तो कैसे, सवाल खड़ा तो होगा ही।
दरअसल, जिला न्यायालय के अधिवक्ता अशोक ठाकुर अपने क्लाइंट के साथ गत दिवस शहर के महिला थाना गए थे। इसी बीच महिला थाना प्रभारी के द्वारा उनसे कुछ पुछा तो अधिवक्ता के द्वारा उसका जवाब दिया गया, लेकिन इसी बीच थाना प्रभारी ने उनसे गलत लहजे में बात करते हुए उनके थाना आने पर ही सवाल खडा कर दिया। अधिवक्ता अशोक ठाकुर का कहना है कि इतना ही नहीं उनके साथ थाना प्रभारी का व्यवहार एक अपराधी के समान था जो गलत है।
इस मामले में जिला न्यायालय के अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अधिवक्ता प्रवीण गुप्ता का कहना है कि एक अधिवक्ता के साथ जिस अभद्रता पूर्वक महिला थाना प्रभारी के द्वारा व्यवहार किया गया है वह ठीक नहीं है। पुलिस अधीक्षक को अधिवक्ता संघ ने ज्ञापन सौंपा है और तत्काल कार्यवाही करने की मांग की है।
बहरहाल, थाना में पुलिस आरक्षक से लेकर थाना प्रभारी के द्वारा दुर्व्यवहार करने का यह कोई नया मामला नहीं है लेकिन नए पुलिस कप्तान मैडम के आने से आम जनता कुछ आस लगाए हुए हैं। ऐसे में देखना यह होगा कि आने वाले समय में पुलिस व जनता के बीच संबंध कितना अच्छा स्थापित होगा।