
नई दिल्ली। महाराष्ट्र और केरल में कोरोना के डेल्टा-प्लस वैरिएंट के कई मामले सामने आ गए हैं। महाराष्ट्र में डेल्टा-प्लस के 21 मामले सामने आए हैं। वहीं, केरल में भी इसके तीन मामले सामने आ चुके हैं। अधिकारियों ने कहा कि केरल के पलक्कड़ और पठनमथिट्टा जिलों से एकत्र किए गए नमूनों में डेल्टा-प्लस के मामले पाए गए। मध्य प्रदेश के शिवपुरी में भी डेल्टा-प्लस के मामले सामने आ चुके हैं। चार लोगों में इसकी पुष्टि हुई थी। चारों की मौत हो चुकी है। हालांकि नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डाॅ वी के पाॅल ने पिछले हफ्ते कहा था कि डेल्टा-प्लस को अभी चिंताजनक श्रेणी में नहीं रखा गया है।
गौरतलब है कि डेल्टा-प्लस कोरोना विषाणु के भारत में पाए गए डेल्टा स्वरूप का अगला बदलाव है। इसके बारे में इंग्लैंड लोक-स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जिन लोगों को टीके की दोनों खुराक मिल चुकी हैं, वे काफी सुरक्षित हैं। डेल्टा-प्लस से उनका बचाव 88 फीसदी तक हो सकता है। लेकिन जिन्हें टीके की एक ही खुराक मिली है उनका केवल 33.5 तक ही बचाव हो सकेगा।
दूसरी ओर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि कोरोना टीका इस विषाणु के डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ कम असरदार हैं। हालांकि, ये मौत के खतरे और गंभीर बीमारी से फिर भी बचा सकते हैं। डब्ल्यूएचओ के महामारी विशेषज्ञ का कहना है कि विषाणु के लगातार स्वरूप बदलते रहने से टीके का असर उस पर कम हो सकता है।