‘मैने गलती की पर एक मौका देना चाहिए था…”, सातवीं के छात्र ने सुसाइड नोट लिखकर की आत्महत्या

उत्तरप्रदेश। रायबरेली के एक स्कूल में पढ़ने वाले सातवीं क्लास के छात्र टीचर और प्रिंसिपल की डांट से आहत होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र कक्षा में नकल करते हुए पकड़ा गया था। जिसके बाद टीचर ने उसे पूरी कक्षा के सामने डांटा था और प्रिंसिपल से भी शिकायत की थी। जिसके बाद क्लास के बच्चे उसे चिढ़ाने लगे थे। इसी से आहत होकर मासूम ने अपने घर में पंखे से लटकर खुदकुशी कर ली। सूचना मिलते पर पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने छात्र के क्लास टीचर और स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मिल एरिया थाना क्षेत्र के सेंट पीटर्स स्कूल में बछरावां कोतवाली इलाके के सेहगों गांव निवासी यश सिंह मौर्या सातवीं कक्षा का छात्र था। गुरुवार को बायोलॉजी की परीक्षा में शिक्षिका ने उसे नकल करते पकड़ा था। फिर प्रिसिंपल के पास ले गई। क्लास टीचर और प्रिंसिपल ने उसे डांटा, इससे आहत होकर यश घर पहुंचा। बिना कुछ कहे कमरे में चला गया और सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली।
छात्र ने सुसाइड नोट में लिखा ‘मैंने पेपर में चीटिंग की। बायोलॉजी के पेपर में। मैं मरने जा रहा हूं। इसके लिए अंकल-आंटी, मम्मी-पापा को दोष मत देना। गलती करने के बाद किसी को एक मौका जरूर देना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। मैं अपनी गलती पर खूब रोया। मैं शर्मिंदा था। मेरे साथियों ने भी शेम-शेम बोला। अब मेरा दिमाग मेरे वश में नहीं है। मुझे बुरे ख्याल आ रहे हैं। मैं माता-पिता, साथियों व टीचर्स से सॉरी बोलता हूं’।
घटना की जानकारी हुई तो घरवालों में कोहराम मच गया। सूचना पर पुलिस पहुंच गई और शव को कब्जे में लिया। पिता राजीव मौर्या समेत अन्य घरवालों ने आरोप लगाया कि यश यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका। पिता राजीव की शिकायत पर प्रधानाचार्य रजनाई डिसूजा और शिक्षिका मोनिका मागो पर केस दर्ज कर लिया गया है।