
रायपुर छत्तीसगढ़ में 25 हजार आदिवासी बच्चो की मौत के मामले में अब सियासत गरमा गई है. जहां स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि प्रदेश के आदिवासी घोषित इलाकों में 3 सालों में जो मौते हुई है. वह आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग से ही भेजे गए है.स्वास्थ्य मंत्री ने भी इन मौतों को स्वीकार किया है.
उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा छत्तीसगढ़ के ही स्वास्थ्य विभाग के डाटा बैंक से लिया गया है. 3 साल के जो आंकड़े हैं.आदिवासी जिलों में और गैर आदिवासी जिलों में भी वही आंकड़े हैं. जो आंकड़े हमारे पास है.
गौरतलब है कि, आपको बता दे कि राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने राज्यसभा में इस मुद्दें को उठाया था जहां केन्द्र सरकार के स्वास्थ मंत्री मनसुख मंडाविया की तरफ से उन्हें बताया गया था कि छत्तीसगढ में वर्ष 2018-19 के दौरान 6448, 2019-20 के दौरान 7406 और 2020-21 के दौरान 11,310 आदिवासी बच्चों की मौत हुई है। इस दौरान प्रवस के वक्त 955 आदिवासी महिलाओं ने भी दम तोड़ा।केन्द्र सरकार द्वारा दिए गए इस जवाब को राज्य के मुख्यमंत्री समेत सभी बड़े नेताओं ने झुठला दिया था। राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भी आंकड़े को झुठा करार दिया था।