
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर सवाल खड़े हो चुके हैं जहां पर आनंद गिरी का नाम सुसाइड नोट पर लिखा गया है। जिसके बाद अब एक और खुलासा हुआ है जहां पर नोएडा के ब्रह्मचारी कुटी के स्वामी ओम भारती ने आरोप लगाया है
महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में गिरफ्तार हुए आनंद गिरि पर एक और महंत ने गंभीर आरोप लगाया है. दरअसल, उत्तर प्रदेश के नोएडा में ब्रह्मचारी कुटी के स्वामी ओम भारती ने आनंद गिरि को लेकर खुलासा किया है उन्होंने कहा कि आनंद गिरि एक हिस्ट्रीशीटर है दौरान उसने नोएडा ब्रह्मचारी कुटी पर कब्जा करने की कोशिश की थी।
मीडिया में मिली रिपोर्ट के अनुसार स्वामी ओम भारती के मुताबिक जब आनंद गिरि ने खुद को प्रथम महंत बताया था उन्होंने इस मामले में एफआईआर करने की कोशिश की थी लेकिन किसी ने एफ आई आर दर्ज नहीं की थी इसके बाद स्वामी ओम भारती ने अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरि से संपर्क किया था और तब जाकर आनंद गिरि ने अपना दावा वापस लिया था
इतना ही नहीं अब नरेंद्र गिरी और आनंद गिरी के बीच मई महीने में हुए एक समझौते के तीन चश्मदीदों से भी यूपी पुलिस पूछताछ करने की तैयारी में है इस मुलाकात में दो नेता और एक अफसर मौजूद थे हालांकि हिरासत में आने से पहले आनंद गिरि ने महंत नरेंद्र गिरि को मौत को आत्महत्या की बजाय हत्या करार दिया था आनंद गिरि का आरोप था कि संपत्ति विवाद को लेकर यह सब किया जा सकता है इसकी जांच की जानी जरूरी है