धर्मान्तरित ईसाई महिला का शव दफनाने को लेकर बस्तर में फिर खूनी संघर्ष, 11 घायल

जगदलपुरः छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के बेलर गांव में एक धर्मांतरित महिला के शव दफनाने को लेकर दो पक्षों के बीच भारी विवाद हो गया। विवाद ने बाद दोनों पक्षों के बीच खुनी संघर्ष का रूप अख्तियार कर लिया। घटना में 11 लोग घायल हो गए और 21 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें से 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
धर्मान्तरित महिला को गांव में दफनाने पर झड़प
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार,जिले के दाबपाल गांव की रहने वाली धर्मांतरित महिला सुबरो पति बलि (40 साल) की किसी बीमारी की वजह से 3 दिन पहले मौत हो गई थी। मृतक महिला के परिजन उसके शव को पड़ोसी गांव बेलर में अपने निजी जमीन में दफनाना चाहते थे। वे शव लेकर गांव भी पहुंच गए थे। लेकिन, यहां आदिवासी समाज के सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताई। इसे लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया और मामला खूनी झड़प तक पहुंच गया।
गांव में किसी और धर्म के लोगों को दफनाने नही देंगे
आदिवासी समाज के कुछ लोगों ने कहा कि, गांव में ग्राम देवी-देवता का वास है। किसी दूसरे धर्म के लोगों का शव दफनाने नहीं दिया जाएगा। इसी बात पर दोनों पक्षों के बीच जमकर विवाद हो गया। विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि मारपीट भी हो गई। ईसाई समुदाय के लोगों ने आदिवासी समाज के लोगों की पिटाई कर दी।घटना में 11 लोग घायल हो गए।
पुलिस ने सात को किया गिरफ्तार
घटना के बाद पुलिस ने 21 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है, जिसमें से 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने जिन्हें गिरफ्तार किया है उसमें मोहन कोहरामी (36 साल), पीलुराम मंडावी (50 साल), संतो कश्यप (40 साल) , गुप्ताराम कवासी (35 साल), दीनू कश्यप (29 साल), गोंचू कश्यप (49 साल) और रतु कश्यप (37 साल) शामिल हैं।
घटना के बाद गांव में तनाव
घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति है और पुलिस मौके पर तैनात है। इस मामले की सूचना पुलिस को मिली इसके बाद आनन-फानन में पुलिस फोर्स गांव पहुंची और गांव को छावनी के रूप में तब्दील कर दिया गया। बताया जा रहा है कि, धर्मांतरित महिला का शव गांव में ही दफना दिया गया है। कहीं और हिंसक घटना न हो जाए इसलिए पुलिस फोर्स अब भी उस इलाके में मौजूद है। फिलहाल गांव में तनाव के हालात हैं।