Health: अगर आप चावल खाने के शौकीन है तो हो जाइये अलर्ट, चावल से कैंसर और हृदय रोगों का खतरा
इंग्लैंड के वैज्ञानिकों की रिसर्च...

(Heath tips) अगर आप चावल के शौकीन हैं तो बेसक यह खबर आपके लिए है। दुनियाभर में चावल के उत्पादन में भारत दूसरा सबसे बड़ा देश है। एक सर्वे के मुताबिक, देश में दक्षिण, पूर्व और उत्तर-पूर्व के लोगों को चावल काफी पसंद है। ज्यादातर राज्यों में लोग चावल खाना पसंद करते हैं, इंग्लैंड के वैज्ञानिकों ने चावल से कैंसर होने का खतरा जताया है। वैज्ञानिकों का कहना है, मिट्टी में पहुंचने वाले कीटनाशक और जहरीले केमिकल चावल खाने वालों के लिए नया खतरा पैदा कर रहे हैं। मिट्टी के जरिए चावल में पहुंचने वाला आर्सेनिक तत्व कैंसर और हृदय रोगों का खतरा बढ़ाता है।
सर्वे के मुताबिक, शहरों के मुताबिक, देश के गांवों में चावल अधिक खाया जाता है। गांव में एक भारतीय हर महीने 6 किलो चावल खाता है वहीं, शहरी इंसान में यह आंकड़ा 4.5 किलो है। चावल खाने से बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है इससे पचास हजार से भी अधिक मौत हो चुकी है
वैज्ञानिकों का कहना है, अधपके या देर तक पानी में न भीगे चावल खाने से कैंसर का खतरा बढ़ता है। चावल ऐसा अनाज है जिस पर ज्यादातर आबादी निर्भर है। यह काफी मात्रा में कैलोरी और पोषक तत्व उपलब्ध कराता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, चावल में आर्सेनिक होने के कारण दुनियाभर में 50 हजार मौतें हर साल होती हैं।
चावल से ही ज्यादा खतरा क्यों?
शोधकर्ता कहते हैं, चावल से इसलिए भी ज्यादा खतरा रहता है क्योंकि पहले ही चावल की फसल खतरनाक रसायनों के बीच बढ़कर तैयार होती है। दूसरी बात, चावल पानी को अधिक सोखते हैं। अगर पानी में भी आर्सेनिक है तो खतरा और भी बढ़ सकता है। रिसर्च के मुताबिक, लम्बे समय शरीर में आर्सेनिक पहुंचने पर कुछ लक्षण दिख सकते हैं। शरीर में बदलाव दिखने पर डॉक्टरी सलाह लें।
कैसे कम कर सकते हैं खतरा
रिसर्च करने वाली क्वींस यूनिवर्सिटी बेलफास्ट के वैज्ञानिकों का कहना है, कैंसर और दूसरी बीमारियों का खतरा कम करने के लिए चावल को अधपका न खाएं। इसे अच्छी तरह पकाएं। चावल बनाने से पहले अच्छी तरह साफ कर ले फिर उसे एक कटोरे में भिगो कर रात भर रख दें ऐसा करने से 80फीसदी जहरीले तत्व ख़तम हो जाते है.
शोधकर्ताओं के मुताबिक, फसल की पैदावार के दौरान ही इसमें मिट्टी के जरिए ऐसे कई रसायन पहुंचते हैं। अनाज खाने पर ये लिवर से जुड़ी बीमारियां और कैंसर की वजह बनते हैं। कुछ मामलों में मौत तक हो जाती है।