
रायगढ़। जिले के चक्रधरनगर थाना क्षेत्र के हमीरपुर रोड पर मां शाकम्बरी प्लांट के पास महिला एवं युवती के दोहरे हत्याकांड(Double murder case) का आरोपी शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। दोहरे हत्याकांड का ये आरोपी अनूप साय बताया जा रहा है। आरोपी अनूप साय 3 बार ओड़िसा(Orissa) से विधायक(Former MLA) भी रह चुका है।
3 साल 7 महीने बाद इस घटना का खुलासा हो सका है। शुक्रवार को ये जानकारी पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन एवं चक्रधरनगर, कोतवाली, कोतरारोड़, सायबर सेल के लगातर किये गये अथक प्रयास से इस दोहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी रायगढ़ पुलिस (Raigad Police) की गिरफ्त में आया । जिसे अब उसकी असल जगह यानि सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है।
क्या है पूरा मामला:
दरअसल 7 मई 2016 को रिपोर्टकर्ता कमलेश गुप्ता निवासी ग्राम संबलपुरी चक्रधरनगर ने थाना चक्रधरनगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि हमीरपुर मार्ग पर मां साकम्बरी प्लांट के रास्ते पर एक महिला एवं एक बालिका की हत्या कर शव की पहचान छिपाने के उद्देश्य से फेंक दिया गया है । रिपोर्ट पर थाना चक्रधरनगर में अप.क्र. 158/2016 धारा 302,201 भादंवि अज्ञात आरोपी के विरूद्ध दर्ज कर विवेचना में लिया गया ।
6 राज्यों में भटकती रही पुलिस:
चक्रधरनगर पुलिस की पहली चुनौती शवों की शिनाख्तगी को लेकर थी । घटनास्थल के आसपास के ग्रामों में पूछताछ सीसीटीवी फुटेज, कई मोबाइल टावर के डाटा का एनालिसिस किया गया साथ ही पूरे जिले के गुम इंशानों को छानबीन करने के बाद भी दोनों शव की शिनाख्त न होने से तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देशन पर पुलिस की टीमें ओडिसा, बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल के कई जिलों में शिनाख्तगी का प्रयास किया गया एवं जिला पुलिस ने अन्तर्राज्यीय ईश्तहार जारी किया।
पूर्व पति ने की शिनाख्त
मृतका की पहचान उसके पूर्व पति सुनील श्रीवास्तव ने 1- कल्पना दास पिता रूदाक्ष दास उम्र 32 वर्ष 2- उसकी लड़की बबली श्रीवास्तव पिता सुनील श्रीवास्तव उम्र 14 वर्ष के रूप में की गई ।मृतका कल्पना दास से आरोपी का प्रेम संबंध था और दोनों लिव इन में रहते थे। बबली को दे रखा था बेटी का नाम। सेंट जेवियर्स में कर रही थी पढाई। शादी की जिद बनी वारदात का कारण।
कैसे चढ़ा पुलिस के हत्थे:
इसके बाद चक्रधरनगर पुलिस ने मृतका कल्पना दास के मोबाईल नम्बर का डिटेल निकालकर विशलेषण कर अन्य साक्ष्यों को एकत्र करने लगी। मृतिका के काॅल डिटेल पर ओडिसा के हाई प्रोफाईल व्यक्ति के नाम की जानकारी मिली जिसके विरूद्ध चक्रधरनगर पुलिस पुख्ता साक्ष्य जुटाने में जुट गई ।
संदेही को चक्रधरपुर थाने किया गया तलब
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संदेही के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य के मिलने पर थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक विवेक पाटले ने पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह को अवगत कराया। उनके दिशा निर्देशन पर संदेही अनूप कुमार साय, पूर्व विधायक ओडिसा को चक्रधरनगर पुलिस ने नोटिस देकर थाने तलब किया । संदेही अनूप कुमार साय के थाना चक्रधरनगर आने पर एसपी. संतोष कुमार सिंह ने एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा एवं सीएसपी अविनाश सिंह ठाकुर को अपने सुपरविजन में संदेही से पूछताछ एवं अग्रिम कार्यवाही कराने निर्देशित किया ।
पूछताछ में भी करता रहा गुमराह:
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में संदेही अनूप कुमार साय से पूछताछ प्रारंभ की गई। काफी पूछताछ बाद भी संदेही पुलिस को गुमराह कर रहा था । किन्तु लंबी विवेचना दरम्यान चक्रधरनगर पुलिस ने संदेही के विरुद्ध लिये गये गवाहों के बयान, काॅल डिटेल रिकार्ड एवं अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्यों पर संदेही कोई जवाब नहीं दे पाया और अन्ततः टूटकर इस अपराध में अपनी प्रमुख भूमिका को स्वीकार करते हुए घटना करना कबूल किया जिससे इस अंधे हत्याकांड का खुलासा हुआ ।
इनकी रही सराहनीय भूमिका:
इस कार्यवाही ए.एस.पी. अभिषेक वर्मा एवं सी.एस.पी. अविनाश सिंह ठाकुर के महत्वपूर्ण दिशा निर्देशन पर निरीक्षक विवेक पाटले, रूपक शर्मा, एस.एन.सिंह, गौरी शंकर दुबे, सउनि शशिदेव भोई, डी.पी. भारद्वाज, सायबर सेल के प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, प्र.आर. श्यामलाल महंत थाना चक्रधरनगर आरक्षक जगमोहन ओग्रे, रितेश दीवान, दिनेश गोंड, अखिलेश कुश्वाहा, भवानी धांगर, महेश पंडा, सुरेन्द्र पोर्ते, बृजलाल गुर्जर, महिला आरक्षक रीना बुलबुल का उल्लेखनीय योगदान रहा ।