
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान और कोरोना पर अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में पाकिस्तान को भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि रिग्रेसिव थिंकिंग के साथ जो देश आतंकवाद का पॉलिटिकल टूल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें समझना होगा कि आतंकवाद उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने के लिए न हो। हमें सतर्क रहना होगा कि वहां की स्थितियों का फायदा कोई अपने लिए इस्तेमाल करने की कोशिश न करे। इस समय अफगानिस्तान की जनता, वहां की महिलाओं, बच्चों और मॉइनॉरिटीज को हमारी मदद की जरूरत है और हमें अपना दायित्व निभाना होगा।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi arrives at the United Nations Headquarters in New York. He will address the 76th session of the UN General Assembly shortly. pic.twitter.com/Cgw4qbdAkp
— ANI (@ANI) September 25, 2021
बता दें कि यूएन जनरल असेंबली जहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान(Pak PM Imran Khan) वर्चुअली संबोधन कर चुके थे. हमेशा की तरह उन्होंने कश्मीर(Kashmir) का राग अलापा और खुद को आतंकवाद का सबसे बड़ा पीड़ित बताया. लेकिन हमेशा की तरह भारत की ओर से पाकिस्तान को एक बार फिर मुंहतोड़ जवाब मिला. भारत की पहली सचिव स्नेहा दुबे ने राइट टू रिप्लाई के तहत पाकिस्तान को करारा जवाब दे डाला.
स्नेहा दुबे ने इमरान खान को फटकार लगाते हुए पाकिस्तान की पोल खोल डाली और कहा, कि ये पहला मौका नहीं जब पाक नेता ने यूएन के मंच का इस्तेमाल मेरे देश के खिलाफ झूठा और गलत प्रचार करने के लिए किया है. उन्होंने कहा, कि वह आतंकवाद का हिमायती है.