
इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप (WhatsApp) ने एक नई पहल शुरू की है. जिसके तहत कंपनी ने कर्नाटक(Karnataka) और महाराष्ट्र(Karnataka) में 500 गांवों को गोद लेने के अपने पायलट कार्यक्रम की घोषणा की है. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को ‘व्हाट्सएप पर भुगतान’ (Payment on WhatsApp) के माध्यम से डिजिटल भुगतान तक पहुंच के साथ सशक्त बनाना है. फ्यूल फॉर इंडिया 2021 में घोषणा की गई थी कि भारत में मेटा का वार्षिक कार्यक्रम अपने परिवार के ऐप्स द्वारा दिए गए सकारात्मक प्रभाव और सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन को प्रदर्शित करता है. कंपनी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य जमीनी स्तर पर डिजिटल भुगतान में व्यवहारिक बदलाव लाना है.
भारत में WhatsApp के प्रमुख अभिजीत बोस ने एक बयान में कहा, WhatsApp पर हम देश में वित्तीय समावेशन में तेजी लाने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमने अगले 500 मिलियन डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र को जोड़ने के अपने मिशन के हिस्से के रूप में कर्नाटक और महाराष्ट्र के 500 गांवों में यह पायलट कार्यक्रम शुरू किया है.
अभिजीत बोस ने कहा, हम मानते हैं कि WhatsApp के उपयोग में आसानी और विश्वसनीयता, पिरामिड के निचले हिस्से सहित यूजर्स के साथ यूपीआई को अपनाने को बढ़ावा दे सकती है. हम जमीनी स्तर पर यूजर्स को शिक्षित करने की इस यात्रा में सार्थक योगदान देना जारी रखेंगे, ताकि वे डिजिटल पैमेंटस पर भरोसा कर सकें.