पोषक तत्वों की कमी से शरीर हो जाता है कमजोर, इन चीजों से लें भरपूर विटामिन-मिनरल्स

शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण थकान और अन्य बीमारियां हो जाती है। ऐसे कई लक्षण हैं जो शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण दिखाई देते हैं। हर समय थकान लगना या ठंड महसूस होना भी शरीर में पोषक तत्वों की कमी का ही परिणाम है। महिलाओं को पुरुषों की अपेक्षा अधिक विटामिन-मिनरल्स की कमी होती है जिनमें आयरन, कैल्शियम भी शामिल हैं। हम आपको बताएंगे कि महिलाओं में कौन-कौन से विटामिन-मिनरल की कमी होती है और उससे कैसे दूर किया जाए।
आयरन (Iron)
महिलाओं में आयरन की कमी अधिक होती है क्योंकि उन्हें हर महीने पीरियड्स होते हैं और उस दौरान काफी ब्लीडिंग होती है। यही कारण है कि आयरन महिलाओं के लिए सबसे जरूरी मिनरल है। आयरन की कमी से एनीमिया या कम लाल रक्त कोशिकाओं की समस्या हो सकती है। इसकी कमी से अत्यधिक थकान, सांस लेने में कठिनाई, चक्कर आना, नाज़ुक नाखून की समस्या हो सकती है। महिलाओं को आयरन की कमी पूरी करने के लिए अपनी डाइट में आयरन से भरपूर चीजें जैसे रेड मीट, पोल्ट्री वाली चीजें, मछली, फलियां, टोफू, पालक और फोर्टिफाइड अनाज का सेवन करना चाहिए।
कैल्शियम (Calcium)
कैल्शियम हड्डियों के स्वास्थ्य और ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने के लिए आवश्यक है। कैल्शियम की कमी होने पर आपको काफी समय तक इसका पता नहीं चलता है लेकिन कैल्शियम के कम स्तर वाली महिलाओं में हड्डी टूटने और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा अधिक होता है।
मैग्नीशियम (Magnesium)
मैग्नीशियम शरीर में मांसपेशियों के कार्य और हड्डियों के स्वास्थ्य सहित करीब 100 काम करता है। यह शरीर की विभिन्न केमिकल प्रोसेसिंग में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी को दूर करने के लिए डाइट में ड्राईफ्रूट, सीड्स, पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, सोयाबीन, नट्स, पालक और फलियां जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकते हैं।
आयोडीन (Iodine)
20 से 39 वर्ष की महिलाओं में आयोडीन का स्तर काफी कम होता है। पर्याप्त आयोडीन के बिना हमारा शरीर हमारे मेटाबॉलिज्म, बॉडी टेम्प्रेचर और अन्य कामों को कंट्रोल करने के लिए पर्याप्त थायराइड हार्मोन नहीं बनाता। इसकी कमी को पूरा करने के लिए नेचुरल रूप से आयोडीन प्राप्त करने के लिए डेयरी प्रोडक्ट, सी फूड, अंडे और होल ग्रेन का अधिक सेवन करें।
फोलेट (Folate)
फोलेट (जिसे विटामिन बी-9 या फोलिक एसिड भी कहा जाता है) की कमी भी महिलाओं में काफी अधिक देखी जाती है। यदि आपकी उम्र 13 वर्ष से अधिक है तो आपको लगभग 400 से 600 माइक्रोग्राम मिलना चाहिए। यह विटामिन डीएनए उत्पादन, लाल रक्त कोशिकाओं की ग्रोथ और एनीमिया को रोकने में आवश्यक है। गर्भधारण करने के एक साल पहले तक पर्याप्त फोलेट लेवल होना चाहिए। फोवेट की कमी को पूरा करने के लिए पत्तेदार सब्जिया, दालें, फलियां, होल ग्रेन और खट्टे फल शामिल करें।
विटामिन बी12 (vitamin B12)
नर्वस सिस्टम के काम और लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए विटामिन बी12 की आवश्यकता होती है। अनाज, पोषक खमीर जैसे गरिष्ठ खाद्य पदार्थों को शामिल करके विटामिन बी12 की कमी को दूर किया जा सकता है। यदि आप शाकाहारी हैं तो विटामिन बी12 सप्लीमेंट का यूज करें।