
रायपुर। नई राजधानी प्रभावित किसान संघ ने बड़ा ऐलान किया है. संघ ने 3 जनवरी से नवा रायपुर में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का फैसला लिया है. किसान संघ का कहना है कि वे पुनर्वास नीति का पालन नहीं होने से नाराज हैं. प्रभावितों को राशि भूखंड देने का वादा कांग्रेस सरकार के 3 साल होने के बाद भी अभी तक पूरा नहीं किया गया है.
किसान संघ का कहना है की उन्हें नवा रायपुर परियोजना क्षेत्र के अंतर्गत आपसी सहमति एवं भू-अर्जन से प्रभावित किसान परिवारों के हितों की रक्षा एवं आदेशित निर्णयों का क्रियान्वयन नहीं करने के फल स्वरुप वाजिब हक अधिकार प्राप्ति तक 3 जनवरी 2022 से आंदोलन का शंखनाद किया जा रहा है।
किसानों ने जानकारी देते हुए बताया,पूर्ववर्ती सरकार में किसानों की जमीन गांव को आपसी सहमति से भू-अर्जन कर नवा रायपुर के रूप में तब्दील किया था. उसके बाद से किसानों को जमीन के बदले जमीन या मुआवजा देने की बात कही गई थी. उसके बाद किसानों को अब तक पूरा मुआवजा की राशि या उन्हें जमीन के बदले जमीन अब तक नहीं मिल पाई है. वहीं किसान नेता का आरोप है, वर्तमान सरकार द्वारा सरकार बनने से पहले किसानों के आंदोलन प्रदर्शन में शामिल होकर भूपेश सरकार साथ देने और इनकी मांगों को जायज बताकर पूरा करने की बात कही गई थी. लेकिन सरकार बनने के बाद किसानों की मांगों को अनसुना किया जा रहा है। मिलने के लिए समय तक नहीं दिया जा रहा है।
वहीं आगामी 3 जनवरी को किसान आंदोलन शंखनाद कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. जिसमें अपनी विभिन्न 6 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन करेंगे। इसके साथ ही प्रदर्शन के दौरान भाजपा-कांग्रेस के नेताओं को नवा रायपुर में प्रवेश नहीं देने की बात कही है।
