टाइगर श्रॉफ, अनन्या पांडे और तारा सुतारिया स्टारर यह फिल्म साल 2012 में रिलीज हुई करण जौहर के डायरेक्शन में बनी फिल्म का दूसरा पार्ट है. फिल्म ने तब बॉक्स ऑफिस पर दमदार कमाई की थी. इसके दूसरे पार्ट के भी बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस करने की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे कारण जिनके चलते माना जा सकता है कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाएगी.
पब्लिक का रिस्पॉन्स-
करण जौहर ने फिल्म के पहले पार्ट से आलिया भट्ट, सिद्धार्थ मल्होत्रा और वरुण धवन को लॉन्च किया था. इसके दूसरे पार्ट से भी वह ऐसा ही कुछ करने जा रहे हैं. फिल्म के सेकंड पार्ट से वह चंकी पांडे की बेटी अनन्या पांडे और तारा सुतारिया को लॉन्च करने जा रहे हैं. चिंताजनक बात ये है कि फिल्म को लेकर कुछ खास बज नहीं बन पाया है और दर्शकों में इसे लेकर कोई खास उत्साह नहीं है.
पब्लिक का निगेटिव रिस्पॉन्स
फिल्म के ट्रेलर को लेकर फैन्स में काफी एक्साइटमेंट था, लेकिन जब फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया तो दर्शक इससे कुछ खास प्रभावित नहीं हुए. फिल्म के ट्रेलर को न सिर्फ कम लाइक्स मिले बल्कि कमेंट बॉक्स में भी यूजर्स ने ज्यादातर निगेटिव रिस्पॉन्स ही दिया. इस पर मीम्स बने और कुल मिलाकर यह तय हो गया कि फिल्म का ट्रेलर दर्शकों को प्रभावित नहीं कर पाया है.
पुरानी कहानी
ट्रेलर को देखने के बाद एक बात जो समझ में आती है वो ये कि करण जौहर नए क्लेवर में पुरानी कहानी परोसने के मूड से हैं. पिछली बार फिल्म में एक लड़की और दो लड़के थे और इस बार लड़कियां दो और लड़का एक है. टाइगर श्रॉफ एक्शन हीरो हैं और उनसे वो सब कराने की कोशिश की गई है जो दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच सके. हालांकि अनन्या और तारा के काम में कहीं-कहीं अनुभवहीनता दिखती है.
निगेटिव रिएक्शन
आजकल फिल्में सिर्फ एक ही कॉन्सेप्ट पर चल रही हैं और वो है फिल्म का कंटेंट. दमदार प्रमोशन के जरिए फिल्में माहौल बनाकर रिलीज तो कर ली जाती हैं लेकिन उनका बिजनेस सिर्फ पहले ही दिन चलता है. इसके बाद दर्शक माउथ पब्लिसिटी और सोशल मीडिया के निगेटिव रिएक्शन के जरिए रुक जाते हैं. धर्मा प्रोडक्शन की पिछली फिल्म इसी तरह बुरी तरह पिट चुकी है.
गाना दर्शकों की जुबां पर नहीं चढ़ सका
फिल्म के तीन गाने अब तक रिलीज किए जा चुके हैं और सभी गानों को जनता से सिरे से खारिज कर दिया. गाने जनता को प्रभावित नहीं कर पा रहे हैं. किसी भी फिल्म के लिए जनता के दिल में जगह बनाने के लिए म्यूजिक एक बड़ा फैक्टर होता है. स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2 के मामले में कहानी जरा उल्टी नजर आ रही है. एक भी गाना दर्शकों की जुबां पर नहीं चढ़ सका.