
नई दिल्ली। छात्र नेता कन्हैया कुमार(Kanhaiya Kumar) और गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवानी(Jignesh Mevani) मंगलवार को कांग्रेस (Congress) पार्टी में शामिल हुए। कन्हैया सीपीई छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए है। पार्टी ज्वाइन करने के बाद कन्हैया ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, ‘शहीदे आजम भगत सिंह को हम नमन करते हैं। मुझे लगता है कि बहुत कुछ कहने की जरूरत नहीं है। सूचना क्रांति के इस युग में सभी को पहले से ही बहुत कुछ मालूम होता है।’
कन्हैया ने कहा, ‘मैं कांग्रेस पार्टी इसलिए ज्वाइन कर रहा हूं कि मुझे यह महसूस होता है कि इस देश में कुछ लोग केवल लोग नहीं हैं बल्किी वो एक सोच हैं। वो न केवल सत्ता पर काबिज हुए हैं बल्किक इस देश का वर्तमान और भविष्य खराब करने में लगे हैं। मैं कांग्रेस में इसलिए शामिल होना चाहता हूं कि मुझे लगता है कि कांग्रेस अगर नहीं बची तो देश नहीं बचेगा।’
‘मैं कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं क्योंकि यह सिर्फ एक पार्टी नहीं है, यह एक विचार है। यह देश की सबसे पुरानी और सबसे लोकतांत्रिक पार्टी है, और मैं ‘लोकतांत्रिक’ पर जोर दे रहा हूं… सिर्फ मैं ही नहीं कई लोग सोचते हैं कि देश कांग्रेस के बिना नहीं रह सकता।’
CPI leader Kanhaiya Kumar and Gujarat MLA Jignesh Mewani joins Congress in the presence of Rahul Gandhi in New Delhi pic.twitter.com/7t0tf8lqmp
— ANI (@ANI) September 28, 2021
उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि आज इस देश को भगत सिंह के साहस, अंबेडकर की समानता और गांधी की एकता की जरूरत है। मुझे लगता है कि यह देश 1947 से पहले की स्थितति में चला गया है। बस्ती में जब आग लग जाती है तो बेडरूम की चिंता नहीं करनी चाहिए। आज इस देश में सत्ता से सवाल करने की परंपरा को बचाने की जरूरत है।’
Congress party is like a big ship, if it's saved, I believe many people's aspirations, Mahatma Gandhi's oneness, Bhagat Singh's courage & BR Ambedkar's idea of equality will be protected too. This is why I have joined it…: Former CPI leader Kanhaiya Kumar after joining Congress pic.twitter.com/B4vwknab1Z
— ANI (@ANI) September 28, 2021
आगे कन्हैया ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी वो पार्टी है जो महात्मा गांधी, अंबेडकर, भगत सिंह के सिद्धांतों को आगे लेकर चलेगी। भारतीय होने के इतिहास होने को केवल कांग्रेस पार्टी ही समेटे हुए है। विपक्ष कमजोर होता है तो सत्ता निरंकुश हो जाती है। जो पार्टी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है, अगर उसे नहीं बचाया गया, अगर बड़े जहाज को नहीं बचाया गया तो छोटी कश्तिषयां भी नहीं बचेंगी। देश में जो वैचारिक संघर्ष छिड़ा है उसे केवल कांग्रेस ही दिशा दे सकती है। जब आप जंग में होते हैं तो उपलब्ध चीजों से ही मुकाबला करने की कोशिश करते हैं।’
गौरतलब है कि छात्र नेता कन्हैया कुमार 2019 लोकसभा चुनाव होने से ठीक पहले भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) में शामिल हुए थे, और बिहार स्थित अपने गृहनगर बेगूसराय से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के गिरिराज सिंह के विरुद्ध चुनाव लड़े थे, लेकिन जीत नहीं पाए थे।