केंद्र को राज्य का जवाब, चिट्ठी लिखकर कहा- छत्तीसगढ़ में 1 फीसदी से भी कम टीके की बर्बादी

रायपुर। टीकाकरण अभियान में टीके की बर्बादी के आंकड़ों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच नया विवाद खड़ा हो गया है। पिछले दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रजेंटेशन के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ में 50 प्रतिशत टीकों का वेस्टेज दिखाया। अब राज्य सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर कहा है, उनके यहां वैक्सीन की बर्बादी एक प्रतिशत से भी कम है। मंत्रालय अपना डेटा ठीक कर ले।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह ने कहा कि 21 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा था कि उनके पोर्टल में कोई तकनीकी दिक्कत है जो अपव्यय का प्रतिशत बढ़ा दे रहा है। उस बैठक में हमें आश्वासन दिया गया था कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इस मुद्दे को सुलझाने के लिए राज्यों के साथ बातचीत करेगा ताकि सही आंकड़े सार्वजनिक किए जा सकें।
सिंहदेव ने कहा कि सच तो यह है कि केंद्र सरकार की ओर से हेल्थकेयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 45 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए भेजे गए टीकों में से 0.95 प्रतिशत और 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए राज्य सरकार की ओर से खरीदे गए टीकों में से 0.29 प्रतिशत डोज ही बर्बाद हुए हैं। यह टीकों की बर्बादी के राष्ट्रीय औसत 6 प्रतिशत से काफी बेहतर है। टीएस सिंहदेव ने कहा, केंद्र सरकार का फोकस राज्यों के साथ ओछी राजनीति करने से ज्यादा टीकों की खरीदारी पर होना चाहिए।