पाठ्य पुस्तक निगमः आठ करोड़ 20 लाख भुगतान मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ दर्ज होगी एफआईआर

रायपुर। छत्तीसगढ़ में आर्थिक अनियमितता को लेकर पाठ्य पुस्तक निगम में हड़कंप मच गया। महाप्रबंधक ने नियमों की धज्जियां उड़ाकर अपने हस्ताक्षर से करोड़ों का भुगतान कर दिया। पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि 8 करोड़ 20 लाख भुगतान मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी। साथ ही 72 करोड़ की अनियमितता को लेकर भी जांच की जाएगी। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने दिए पूरे मामले के जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों को प्रभावी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक पापुनि ने मेसर्स रामराजा प्रिंटर्स एंड पब्लिशर्स रावांभाठा रायपुर को पहले तो 8 करोड़ 20 लाख 4 हजार 401 रुपए की राशि का भुगतान कर दिया। बाद में ऑडिट में जब यह पता नहीं चला कि किस काम के लिए राशि का भुगतान किया गया, तब प्रकाशक को ही चिट्ठी लिखकर कार्यादेश की जानकारी मांगी गई है। संबंधित प्रकाशक को चिट्ठी लिखकर पूछा गया है कि आपके भारतीय स्टेट बैंक के खाता क्रमांक में 2 जनवरी 2020 को 8 करोड़ 20 लाख रुपए का भुगतान किया गया है।