
मुंबई। कोरोना संकट के बीच चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की ग्रोथ में 7.5 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि यह गिरावट अब तक के सभी विश्लेषकों के अनुमानों से काफी कम है। सभी विश्लेषकों ने 8फीसदी से 12फीसदी तक की गिरावट का अनुमान जताया था। सबसे कम अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक का था। इसने 8.6 फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया था। पहली तिमाही में 23.9 फीसदी की गिरावट आई थी।
आंकड़ों के मुताबिक, अभी के मूल्य के आधार पर जीडीपी की कुल कीमत चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में 85.30 लाख करोड़ रुपए की रही है। यह एक साल पहले इसी अवधि में 98.39 लाख करोड़ रुपए की थी। यानी इस आधार पर 13.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। जबकि पिछले साल उसके पहले साल की समान अवधि में 7फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई थी।
जीडीपी के आंकड़ों से ठीक कुछ ही देर पहले 8 कोर इंडस्ट्रीज के अक्टूबर महीने के आंकड़ा जारी किए गए। आंकड़ों के मुताबिक, 8 कोर इंडस्ट्रीज का आंकड़ा 124.2 पर अक्टूबर में रहा है। यह अक्टूबर 2019 की तुलना में 2.5फीसदी कम है। अप्रैल से अक्टूबर 2021 की ग्रोथ की बात करें तो इसमें 13 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।