
जांजगीर-चांपा । जिले के जनपद पंचायत मालखरौदा के ग्राम पंचायत छपोरा में सड़क किनारे स्थित निस्तारी तालाब (Nistari ponds) में बरसों से गंदगी (dirt,) पसरा हुआ है। इस तालाब के निर्मला घाट पचरी में इतनी गंदगी फैली हुई है कि स्नान करना तो दूर कोई पैर भी धोना नहीं चाहेगा। तो वहीं ग्राम छपोरा के सबसे पुराने निस्तारित तालाब में ग्रामीण महिलाएं पुरुष बच्चे नहाते हैं। अब पंचायत व अधिकारियों की उपेक्षा के कारण इस तालाब में गंदगी भरा हुआ है।
गंदगी के कारण पानी से आ रही बदबू
स्थानीय निवासी नैना बघेल ने बताया कि पानी में बदबू (smelly water) आ रही है। साफ सफाई के अभाव में तालाब दम तोड़ रहा है । 6 बरसों से उपेक्षा के कारण निस्तारी तालाब अब कचरे के ढेर में तब्दील हो गया है। इसी तालाब से गांव के कई मोहल्लेवासी निस्तारी करते हैं। परंतु तलाब में इतनी गंदगी है कि आप पास के घरों में रहना मुश्किल हो गया है।
गंदगी से बीमारी फैलने की आशंका
स्थानीय निवासी शशि बघेल ने बताया कि गंदगी से बीमारी फैलने की भी आशंका है।लोगों को एक ओर कोरोना जैसी संक्रामक बीमारियों का डर है तो वहीं दूसरी ओर तालाब की गंंदगी का भय लोगों को भीतर ही भीतर डरा रहा है। जहां सरकार द्वारा योजना ग्रामीण स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ रही हैं।
कई पीढियों से करते आ रहे निस्तारी
तालाब बहुत पुराना है यहां कई पीढ़ियों से ग्रामीण निस्तारी कर रहे हैं। इसके बाद भी स्वच्छता अभियान से जुड़े अफसरों व पंचायत प्रतिनिधियों ने ध्यान नहीं दिया। जबकि ग्रामीणों द्वारा बार-बार तालाब की सफाई (cleaning) एवं स्वच्छता के लिए शासन प्रशासन व स्थानीय पंचायत एवं जनपद पंचायत के सीईओ को अवगत करा चुके हैं । इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया गया। पूर्व में निर्वाचित ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने इस पर ध्यान नहीं किया दिया। इस कारण इस तरह तलाब की हालत दयनीय है।
क्या कहते हैं सरपंच
निस्तारी तालाब की सफाई कराई जाएगी। इस तालाब के जीर्णोध्दार ( renovation) की भी पूरी कोशिश की जाएगी ताकि ग्रामीणों को इसका फायदा मिल सके।
गोपाल सिदार
सरपंच
ग्राम पंचायत छपोरा।