
जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में मंगलवार रात को कुछ छात्रों द्वारा आयोजित दिवाली समारोह के दौरान हंगामा हुआ। पुलिस ने बताया कि घटना शाम करीब 7:30-8 बजे गेट 7 के पास हुई। अभी तक कोई एफआईआर (FIR) दर्ज नहीं की गई है। शांति सुनिश्चित करने के लिए परिसर के बाहर पुलिस तैनात की गई थी। यह हंगामा तब हुआ जब छात्रों के एक समूह में कार्यक्रम की प्रकृति को लेकर झड़प हो गई। एबीवीपी (ABVP) से जुड़े छात्रों का एक समूह दीये लगा रहा था और दिवाली के लिए रंगोली बना रहा था, जब छात्रों के एक दूसरे समूह ने गतिविधि से नाखुश होकर सजावट में बाधा डाली, जिससे हाथापाई हुई।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में शांतिपूर्ण कार्यक्रम को हिंसा व कट्टरपंथ की सोच से खराब करने पर ABVP ने कड़ी निंदा की। ABVP ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर सभी विद्यार्थियों के लिए हैं, जामिया में देशविरोधी व कट्टरपंथी नारे लगाना स्वीकार नहीं है। जामिया प्रशासन व दिल्ली पुलिस से एबीवीपी मांग करती है कि दीपोत्सव के दौरान हिंसा करने वाले जिहादियों पर कड़ी कार्रवाई हो।
Radical Islamists at Jamia Millia Islamia University in Delhi disrupted the Diwali celebration event on campus and chanted slogans of 'Allahu Akbar' and 'Palestine Zindabad.' pic.twitter.com/VyPMKhCI9M
— Anshul Saxena (@AskAnshul) October 22, 2024
वही प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर व्यापक रूप से शेयर किए गए वीडियो में छात्रों के बीच मौखिक झड़प होती दिख रही है। मंगलवार को एक बयान में स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया की जेएमआई (JMI) इकाई ने दावा किया कि “दिवाली समारोह की आड़ में एबीवीपी ने छात्रों पर हमला किया।” कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई (NSUI) की जेएमआई इकाई ने भी “हमारे परिसर में एबीवीपी के गुंडों द्वारा की गई हिंसा की शर्मनाक हरकत” को दोषी ठहराया। इन आरोपों से इनकार करते हुए एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा, “एबीवीपी से जुड़े छात्रों ने दिवाली कार्यक्रम आयोजित किया था और यह लगभग एक या दो घंटे तक शांतिपूर्वक चला। हालांकि, उसके बाद, दूसरे समूह के कुछ छात्र आए, कुछ दीयों को नुकसान पहुंचाकर कार्यक्रम को बाधित किया और ‘फिलिस्तीन जिंदाबाद’ जैसे नारे लगाने लगे। हम हिंसा के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।”
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