कबीरधाम। कलेक्टर (Collector) अवनीश कुमार शरण की शरणागत हुआ ग्राम महका का किसान (farmer) भागवत चंद्राकर। जो बार- बार एक ही गुहार (request) लगा रहा था कि साहब मैं जिंदा हूं। आप आदेश जारी कर दीजिए कि मेरी फौत गलती से पटवारी ने दर्ज कर दी है। इस मामले में कवर्धा कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने कहा कि मीडिया के माध्यम से मामले की जानकारी मिली है। अगर ऐसा कुछ होगा तो किसान की सहायता करेंगे। उन्होंने लापरवाह पटवारी पर कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिया है।
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला पंडरिया ब्लाक अंतर्गत ग्राम महका का है, जहां के किसान भागवत चंद्रकार का ग्राम महका व बीजाभाटा में कुल 7 एकड़ जमीन है। किसान ने पिछले साल महली सोसायटी में 114 क्विंटल धान बेचा था, मगर इस साल जब सोसायटी में धान बेचने पहुंचा तब किसान पंजीयन की सूची से भागवत का नाम नदारद था। अधिकारियों के पास जानकारी लेने के लिए पहुंचा तो पता चला कि किसान पंजीयन सूची में भागवत को मृत (dead) घोषित कर दिया गया है।
विभागों के चक्कर काट रहा भागवत
शासकीय सर्वे सूची में फौत होने की जानकारी मिलने के बाद भागवत नाम जुड़वाने और अपने आप को जीवित साबित करने के लिए कई विभागों के चक्कर काट चुका है। उसकी कोशिश यही है कि कोई अधिकारी उसे जिंदा होने का प्रमाण पत्र दे दे जिससे वह अपना धान बेच सके। आज तक वह धान का एक दाना नहीं बेच पाया है। थक हारकर किसान कलेक्टर के पास गुहार लगाने पहुंचा, जिन्हें वह आवेदन देकर अपने जिंदा होने का सबूत दिया।
डेढ लाख का केसीसी लोन
किसान ने बताया कि उसने डेढ लाख का केसीसी लोन भी लिया है, अगर धान नहीं बेच पाएगा तो लोन भी नहीं जमा कर पाएगा। धान बेचकर ही अपने व परिवार का जीवन यापन कर रहा है। इस मामले में कलेक्टर ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है, साथ ही किसान का पूरा धान खरीदने का भी दावा किया है।